हरदोई: सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव शनिवार को हरदोई पहुंचे. यहां उन्होंने तमाम मुद्दों को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी किसानों के साथ है. केवल एमएसपी ही नहीं, किसानों की आय कैसे बढ़े, यह भी बीजेपी को सोचना चाहिए. उन्होंने विधान परिषद चुनाव में समाजवादी पार्टी के प्रत्याशियों की जीत को लेकर कहा कि अगर भाजपा बेईमानी न करती तो इतनी भी सीट नहीं जीत सकती थी.
अखिलेश यादव ने कहा कि भविष्य में बहुजन समाज पार्टी के साथ कोई गठबंधन नहीं होगा. हालांकि छोटे दलों को समाजवादी पार्टी साथ लेकर चलेगी. वहीं कानून व्यवस्था को लेकर सूबे की योगी सरकार पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि पुलिस पिट रही है और बीजेपी के लोग उन्हें मार रहे हैं. साथ ही हैदराबाद के नगर निगम चुनाव में बीजेपी के प्रदर्शन को लेकर उन्होंने कहा कि बीजेपी ने पैसे का इस्तेमाल किया है. यह लोग पैसे से अपने संसाधन जुटाते हैं.
किसानों के बारे में सोचे बीजेपी
अखिलेश यादव ने किसान आंदोलन को लेकर कहा कि देश के प्रधानमंत्री जी ने कहा कि हम किसानों की आय दोगुनी कर देंगे, लेकिन जब किसान आज अपना हिसाब किताब लगाता है और जनधन का पैसा मिलने के बाद भी जब हिसाब किताब लगाते हैं तो आज किसान सबसे ज्यादा दुखी है. समाजवादी पार्टी ने लोकसभा और राज्यसभा में कहा था कहा था कि यह कानून किसान के लिए डेथ वारंट है, लेकिन अभी तक भारतीय जनता पार्टी बता नहीं पाई है कि इन कानूनों से किसान को लाभ क्या मिलेगा. इधर किसानों की बड़ी नाराजगी दिखाई दे रही है और उन्होंने दिल्ली को घेर लिया है. हमारी समाजवादी पार्टी का भी उन किसानों के मुद्दे पर समर्थन है. सही सवाल किसान उठा रहे हैं. उसका हम समर्थन करते हैं. केवल एमएसपी नहीं, किसानों की आय कैसे बढ़ेगी, उसका रास्ता बीजेपी को साफ करना चाहिए.
बीजेपी देती है झूठ बोलने की ट्रेनिंग
अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी से ज्यादा कोई झूठ नहीं बोल सकता. बीजेपी अपने लोगों को झूठ बोलने की ट्रेनिंग देती है. बीजेपी अपने यहां झूठ का प्रचार करती है. बीजेपी अपने कार्यकर्ता नेताओं को झूठ बोलने और कैसे झूठ के बाद झूठ बोला जाए इसकी बेहतरीन ट्रेनिंग देती है. अब तो किसानों ने पर्दाफाश कर दिया. किसानों ने झूठ का खुलासा कर दिया है. किसानों की आय नहीं बढ़ी है और इन काले कानूनों से किसान का नुकसान होगा.
भाजपा बेईमानी न करती तो इतनी सीट भी न जीतती