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एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट से रुकेगा अधिवक्ताओं का उत्पीड़न: प्रदेश अध्यक्ष शिव सेवक गुप्ता - हरदोई समाचार

अधिवक्ता महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष नामित हुए शिव सेवक गुप्ता ने वकीलों के उत्पीड़न को रोकने के लिए एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट लाने की मांग की. साथ ही उन्होंने पुलिस की कार्यशैली पर भी तमाम आरोप लगाए.

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एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट पास कराने की उठाई मांग.

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Published : Jan 16, 2020, 1:08 AM IST

Updated : Jan 16, 2020, 1:43 AM IST

हरदोई: शिव सेवक गुप्ता को अधिवक्ता महासंघ का प्रदेश अध्यक्ष नामित किए जाने पर जिले के अधिवक्ताओं ने उनका फूल-मालाओं से स्वागत किया. वहीं शिव सेवक गुप्ता ने सरकार से वकीलों के हो रहे उत्पीड़न को रोकने के लिए एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट लाने की मांग की. साथ ही अधिवक्ताओं के लिए एमएलए या एमएलसी सीट आरक्षित करने की मांग की. इस दौरान उन्होंने पुलिस की कार्यशैली पर भी तमाम आरोप लगाए.

एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट पास कराने की उठाई मांग.

अधिवक्ताओं ने फूल मालाओं सेकिया स्वागत
जिले के अधिवक्ता शिव सेवक गुप्ता को बीती 13 जनवरी को लखनऊ के प्रेस क्लब में सयुंक्त अधिवक्ता महासंघ का प्रदेश अध्यक्ष नामित किया गया, जिसके बाद हरदोई के सैकड़ों अधिवक्ताओं व संघ के पदाधिकारियों ने उनका फूल-मालाओं से स्वागत किया.

पुलिस की निष्क्रियता से बढ़ा अधिवक्ताओं का उत्पीड़न
ईटीवी भारत के साथ मुखातिब हुए प्रदेश अध्यक्ष शिव सेवक गुप्ता ने लगातार हो रहे अधिवक्ताओं के उत्पीड़न पर रोक लगाने के लिए एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की मांग की. उन्होंने कहा कि अधिवक्ताओं की दिनदहाड़े होने वाली हत्याएं पुलिस की निष्क्रियता का प्रमाण हैं.

हमारे लिए अधिवक्ता हित सर्वोपरि
उन्होंने कहा कि पुलिस की लापरवाही की वजह से आए दिन अधिवक्ताओं के उत्पीड़न के तमाम मामले भी संज्ञान में आते रहते हैं. इसीलिए जल्द से जल्द पुलिस शिकायत प्राधिकरण का गठन किया जाए. शिव सेवक गुप्ता ने बताया कि सयुंक्त अधिवक्ता महासंघ का उद्देश्य एक ही है 'अधिवक्ता हित सर्वोपरि'.

एडवोकेट प्रोटेशन एक्ट पास कराने की उठाई मांग
शिव सेवक गुप्ता ने कहा कि इसी क्रम में अब पूरे देश में इस संघ के माध्यम से अभियान चलाया जा रहा है. हम हर हाल में एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट पास करवाएंगे. अधिवक्ताओं ने सत्ता में एक एमएलसी व एमएलए सीट होने की मांग भी सरकार से की है, जिससे कि अधिवक्ताओं की आवाज सुनने वाला एक व्यक्ति विशेष सत्ता में भी मौजूद रहे और अधिवक्ताओं के हो रहे उत्पीड़न पर रोक लग सके.

Last Updated : Jan 16, 2020, 1:43 AM IST

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