हरदोई: हरदोई जिले में 483 खेल के मैदान मौजूद हैं. 19 विकास खंडों में मौजूद ये खेल के मैदान महज कागजों में दफन होकर रह गए हैं और इनके ऊपर दबंगों का कब्जा है. जिलाधिकारी पुलकित खरे ने इन खेल के मैदानों को विकसित करने की रणनीति तैयार की है, ताकि खिलाड़ियों को उनके गांव में ही सारी सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकें. इन सैकड़ों खेल के मैदानों को हाल ही में कब्जा मुक्त कराने के निर्देश जारी किए गए थे, जिसके तहत 100 से अधिक मैदानों को कब्जा मुक्त कराने के साथ ही उनको एक खेल मैदान का स्वरूप दिया जा चुका है. जिलाधिकारी ने जल्द ही सभी मैदानों को सुविधाओं से लैस किए जाने का दावा पेश किया है.
हरदोई: कब्जा मुक्त 110 खेल के मैदान किए गए विकसित, मिलेंगी ये सुविधाएं
उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में लगभग 483 खेल मैदानों में से 110 मैदानों को कब्जा मुक्त कर उन्हें विकसित भी कर दिया गया है. इन खेल के मैदानों में रनिंग ट्रैक, बास्केटबॉल कोड, क्रिकेट पिच जैसी सुविधाओं के साथ ही मैदानों को आकर्षक बनाने के लिए वहां लाइटिंग व ग्रीनरी की व्यवस्थाएं भी की गई हैं.
इन मैदानों की सूची, गाटा संख्या आदि संबंधित अधिकारियों को उपलब्ध करवा दी गयी है, जिसके आधार पर 19 ब्लॉकों में अधिकारियों की संयुक्त टीमों को गठित कर इस कार्य पर लगाया गया है. जल्द ही जिले के ग्रामीण इलाकों में मौजूद खेल की प्रतिभाओं को एक नया अवसर मिल सकेगा और वे अपने ही क्षेत्र में रहकर खेल के मैदान में तैयारी कर सकेंगे. अभी तक जिले में मौजूद प्रतिभाओं को मुख्यालय स्थित स्पोर्ट स्टेडियम में आना पड़ता था.
जिलाधिकारी पुलकित खरे ने कहा कि पूर्व में दिए गए निर्देशों के बाद फिलहाल 110 खेल के मैदानों को तैयार कर दिया गया है. तैयार किए गए खेल के मैदानों में रनिंग ट्रैक, बास्केटबॉल कोड, क्रिकेट पिच जैसी सुविधाओं के साथ ही मैदानों को आकर्षक बनाने के लिए वहां लाइटिंग व ग्रीनरी की व्यवस्थाएं भी की गई हैं. इसी के साथ ही मैदानों की देख-रेख व सुरक्षा व्यवस्था के लिए संबंधित पुलिस चौकी के इंचार्ज को नामित किया गया है. इतना ही नहीं क्षेत्र के ही स्थानीय युवाओं की एक कमेटी भी तैयार की गई है. जिलाधिकारी ने कहा कि जल्द ही सभी 483 ऐसे मैदानों को विकसित कर खिलाड़ियों को एक सौगात दी जाएगी.