हापुड़:अगर कुछ कर गुजरने का जज्बा हो तो विपरीत परिस्थितियों में भी इंसान सफलता प्राप्त कर ही लेता है. ऐसा ही कर दिखाया है हापुड़ के पिलखुवा निवासी 7 साल की बेटी की मां शिवांगी गोयल ने. शिवांगी गोयल ने यूपीएससी परीक्षा में 177वीं रैंक हासिल कर अपनी तकदीर बदल दी है. घरेलू हिंसा झेलने वाली शिवांगी देशभर की महिलाओं के लिए प्रेरणस्रोत बन गई हैं. यूपीएससी का परिणाम आने के बाद से ही शिवांगी गोयल के घर पर बधाई देने के लिए लोग जुट रहे है. शिवांगी ने हाईस्कूल और इंटर की शिक्षा गाजियाबाद के होली चाइल्ड स्कूल व बीकॉम दिल्ली के लेडी श्रीराम कॉलेज से किया है.
पिलखुवा के तिरपाल कारोबारी राजेश गोयल की पुत्री शिवांगी गोयल तीन भाई बहनों में सबसे छोटी हैं. शिवांगी गोयल ने बताया कि मैं आईएएस बनना चाहती थी. लेकिन, परिजनों ने 2015 में शादी कर दी. इसके बाद पढ़ाई छोड़नी पड़ी थी. आईएस बनने का सपना बस बीच रास्ते में ही रह गया था. इस बीच ससुराल वाले परेशान करने लगे. तो मेरे माता-पिता मुझे घर ले आए. फिलहाल उनका पति से अलग होने के लिए तलाक का केस चल रहा है. फिलहाल वह अपने मायके में माता-पिता और 7 साल की बेटी रैना के साथ रहती हैं.
2014 में इंटरव्यू तक पहुंचीं:शिवांगी गोयल ने बताया कि मायके आने के बाद 5 साल बाद किताबों को खोला और आईएस की तैयारी में जुट गई. 2019 से यूपीएससी की परीक्षा पास करने के लिए सेल्फ एजुकेशन करने लगी. कहीं पर पढ़ाई तथा तैयारी करने के लिए नहीं गई. बस घर पर अपनी बेबी और परिवार के साथ मेहनत की. उन्होंने बताया की मैंने 2013 में तैयारी की थी. 2014 के इंटरव्यू तक पहुंची थी. इस बार वह तीसरे प्रयास में सफल हुई हैं.