हापुड़:थाना बाबूगढ़ के गांव रसूलपुर निवासी बलवीर सिंह बीएसएफ में तैनात थे. फिलहाल उनकी ड्यूटी पंजाब में पाकिस्तान बॉर्डर पर थी. जवान बलवीर सिंह सहायक उपनिरीक्षक 71वीं बटालियन में थे. रविवार को उनकी बटालियन के अधिकारी जवान का पार्थिव शरीर लेकर बाबूगढ़ क्षेत्र के गांव रसूलपुर पहुंचे. जवान के शव को देखकर पूरे गांव में मातम पसर गया.
पाकिस्तान बॉर्डर पर तैनात जवान के शव को गांव लेकर पहुंची बटालियन, छाया मातम
पंजाब बॉर्डर पर तैनात जवान को तबीयत खराब होने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था. अस्पताल में इलाज के दौरान जवान का निधन हो गया. रविवार को बटालियन जवान का शव लेकर रसूलपुर गांव पहुंची. जहां जवान का परिजनों द्वारा अंतिम संस्कार किया गया.
बताया जा रहा है कि कुछ दिन पहले पंजाब बॉर्डर पर ही जवान बलवीर सिंह की तबीयत अचानक खराब हुई थी. जिसके बाद बटालियन के अधिकारियों ने उन्हें अस्पताल में भर्ती करा दिया. लेकिन उनकी तबीयत लगातार बिगड़ती चली गई. जिसके बाद अचानक इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. रविवार को बटालियन के अधिकारी जवान बलवीर सिंह का शव को लेकर उनके गांव रसूलपुर पहुंचे.सूचना मिलते ही हापुड़ सदर बीजेपी विधायक विजयपाल आढ़ती, गढ़ विधायक हरेंद्र तेवतिया, हापुड़ चेयरमैन प्रफुल्ल सारस्वत, गढ़ चेयरमैन सोना सिंह, पूर्व विधायक कमल मलिक सहित आसपास के जनप्रतिनिधि जवान के गांव पहुंचे और परिवार को सांत्वना दी. जिसके बाद ससम्मान मृतक जवान के शव को बृजघाट ले जाया गया. जहां सलामी के बाद जवान की बेटी ने उन्हें मुखाग्नि दी.
71वीं बटालियन के सहायक कमांडेंट मनोज कुमार ने बताया की आज हमने सीमा सुरक्षा बल की 71 वीं बटालियन में सहायक उपनिरीक्षक बलवीर सिंह का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया है. बलवीर सिंह पाकिस्तान बॉर्डर पर तैनात थे. 5 से 6 तारीख के दौरान इन्हे कुछ परेशानी महसूस हुई. जिसके बाद इन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया. उसके बाद बलवीर सिंह को सांस लेने में परेशानी होने लगी. इन्फेक्शन ज्यादा बढ़ गया था. जिसके बाद दो हॉस्पिटल भी बदले गए. लेकिन डॉक्टर जवान बलवीर सिंह को नहीं बचाया जा सका. जवान की छोटी बेटी हिमानी ने बताया की हापुड़ सदर विधायक विजयपाल आढ़ती से रसूलपुर गांव में पिता बलबीर सिंह के नाम से गेट बनवाने की मांग की गई है. जिसका उन्होंने आश्वासन दिया है.
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