हापुड़:धौलाना थाना क्षेत्र के यूपीएसआईडीसी की फैक्ट्री में आग से 13 कर्मचारियों की मौत के मामले में पुलिस ने फैक्ट्री संचालक वसीम को गिरफ्तार कर लिया है. फैक्ट्री मालिक और संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था. इस दर्दनाक घटना का संज्ञान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी लिया है. इसके बाद अधिकारियों में हड़कंप मच गया है. मेरठ मंडल के आला अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर कार्रवाई शुरू कर दी है.
डीएम ने किया फैक्ट्रियों का निरीक्षण:हापुड़ डीएम मेधा रूपम ने अवैध रूप से संचालित हो रही फैक्ट्रियों के खिलाफ एक जांच कमेटी गठित की है. यह 10 सदस्यीय जांच कमेटी फैक्ट्रियों में जाकर वहां का स्थलीय निरीक्षण करेगी. आज जिलाधिकारी ने जांच टीम के साथ 23 फैक्ट्रियों का निरीक्षण किया. 23 फैक्ट्रियों में से 10 फैक्ट्री बंद मिली. जिन पर बाहर से ताला लगा हुआ था. 2 फैक्ट्रियां बिना मानकों के संचालित होते हुए मिली. जिन्हें डीएम ने मौके पर ही सील करा दिया. आठ फैक्ट्रियां मानकों के अनुरूप संचालन करने के लिए नोटिस जारी किया गया है. एक फैक्ट्री खाली मिली और 2 फैक्ट्रियां निर्माणाधीन थी. डीएम मेधा रूपम की इस कार्रवाई से अवैध फैक्ट्री संचालकों में हड़कंप मच गया है.
फैक्ट्री मालिक ताला लगाकर हुए फरार:डीएम मेघा रूपम की सख्त कार्रवाई के चलते बिना मानकों के अवैध रूप से संचालित हो रही फैक्ट्रियों के मालिक अपनी फैक्ट्रियों में ताला लगाकर मौके से फरार हो गए. आशंका जताई जा रही है कि मामला शांत होने के बाद फिर से फैक्ट्रियों को संचालित किया जाएगा.
यह था मामला:चार जून को धौलाना थाना क्षेत्र के यूपीएसआईडीसी इंडस्ट्रियल एरिया में केमिकल फैक्ट्री में अचानक आग लग गई थी. आग ने अचानक भयानक रूप ले लिया. फैक्ट्री के अंदर चीख-पुकार मच गई. आसपास के लोगों ने फायर ब्रिगेड और पुलिस को सूचना दी. सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की आधा दर्जन गाड़ियां मौके पर पहुंची और काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया. हालांकि, तब तक आग में जलकर 13 कर्मचारियों की मौत हो गई थी. वहीं, करीब 19 से अधिक कर्मचारी घायल हो गए. घायल कर्मचारियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया. जिनमें कुछ की हालत गंभीर थी.