हापुड़: उत्तर प्रदेश में डेंगू और मलेरिया का प्रकोप चल रहा है. इसे लेकर सरकार लगातार स्वास्थ अधिकारीयों को आवश्यक दिशा निर्देश दे रही है. साथ ही लापरवाही न करने की भी चेतावनी दी जा रही है. वहीं, दूसरी तरफ हापुड़ में एक गांव ऐसा भी है जहां रहस्यमयी बुखार ने एक सप्ताह के भीतर 5 लोगों को मौत की नींद सुला दिया. गांव के अंदर 200 से अधिक लोग अभी बुखार से पीड़ित हैं. स्वास्थ्य विभाग गांव में 5 मौतें होने के बाद जागा है. फिलहाल, स्वास्थ्य विभाग गांव में जाकर बीमार ग्रामीणों की जांच करा रहा है.
मामला हापुड़ के सिंभावली क्षेत्र के गांव औरंगाबाद का है. गांव औरंगाबाद को अचानक ही एक रहस्यमयी बुखार ने घेर लिया है. इसके बाद धीरे-धीरे एक सप्ताह के अंदर गांव के 5 लोगों की मौत हो गई और 200 से अधिक ग्रामीण अभी भी बुखार से पीड़ित हैं. गांव में हुई 5 मौतों के बाद स्वास्थ्य विभाग नींद से जागा है. फिलहाल, स्वास्थ्य विभाग गांव में कैंप लगाकर बीमार ग्रामीणों की जांच कर रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि सूचना देने के बाद भी स्वास्थ्य विभाग से ग्राम औरंगाबाद में कैंप का आयोजन नहीं किया गया और गढ़ मेले के आयोजन में डॉक्टरों की ड्यूटी की बात कहकर स्वास्थ्य विभाग ने पल्ला झाड़ लिया.
गढ़ विधायक हरेंद्र सिंह तेवतिया और सीएमओ डॉक्टर सुनील कुमार त्यागी ने दी जानकारी इसे भी पढ़े-इंसेफलाइटिस के चीफ कंपेनर की सरकर से अपील, डेंगू की रोकथाम के लिए हो एरियल फॉगिंग
इस रहस्यमयी बुखार की जानकारी देते हुए सीएमओ डॉक्टर सुनील कुमार त्यागी ने बताया कि उन्हें जानकारी मिली कि गांव औरंगाबाद में 5 मौतें हुई हैं. जानकारी मिलने पर वे गांव पहुंचे. जब उन्होंने इसकी जांच की तो मृतकों में डेंगू का एक मरीज और बाकी मरीज टाइफाइड के मिले हैं. इसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जिला पंचायत अध्यक्ष के साथ टीम ले जाकर गांव की नालियां चेक कीं तो वहां पर डेंगू के लारवा मिले. स्वास्थ्य विभाग की तरफ से एंटी लारवा का स्प्रे कराया जाएगा और ग्राम प्रधान से साफ सफाई के लिए भी बोल दिया गया है. ताकि, गांव मच्छरों से मुक्त हो सके.
फिलहाल, हापुड़ में 34 मरीज डेंगू के और 95 मरीज मलेरिया के हैं. औरंगाबाद स्वास्थ्य विभाग पर ग्रामीणों के लगाए गए आरोपों को लेकर सीएमओ ने कहा कि सूचना मिलने के 12 से 24 घंटे के अंदर गांव में कैंप लगा दिया जाता है. जहां से सूचना मिल रही है वहां कैंप लगाए जा रहे हैं. सूचना के बाद गढ़ विधायक हरेंद्र सिंह तेवतिया भी औरंगाबाद पहुंचे और ग्रामीणों से बातचीत कर अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए. साथ ही पूरे मामले में लापरवाही न बरतने की भी चेतावनी दी.
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