हमीरपुरः ललपुरा थाना पुलिस उत्पीड़न के खिलाफ ग्रामीण कलेक्ट्रेट स्थित गोल चबूतरे पर धरने पर बैठे हैं. ग्रामीणों का आरोप है कि ललपुरा पुलिस खदान संचालकों के साथ सांठगांठ कर ग्रामीणों का उत्पीड़न कर रही है. उनका कहना है कि खदान संचालक अवैध खनन कर रहे हैं, जिसका विरोध करने वाले ग्रामीणों को पुलिस झूठे मुकदमे में फंसाकर जेल भेज रही है. जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपते हुए उन्होंने निष्पक्ष जांच कराकर पुलिस के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की मांग की है.
ग्रामीणों ने लगाया पुलिस पर उत्पीड़न का आरोप. बहदीना अछपुरा के पूर्व प्रधान रामबाबू निषाद ने बताया कि ललपुरा थाना क्षेत्र में पड़ने वाली टीकापुर मोरंग खदान में खदान संचालक जमकर अवैध खनन करा रहे हैं. पुलिस और प्रशासन की मेहरबानी के चलते बेखौफ खदान संचालक किसानों की जमीनें भी बर्बाद करने से भी बाज नहीं आ रहे हैं.
इसका विरोध करने पर पुलिस ग्रामीणों को ही झूठे मामले में फंसाकर जेल भेज रही है. उन्होंने बताया कि खदान संचालक ने मुन्ना और लवलेश के खेतों पर ट्रकों की अवैध पार्किंग करा दी थी, जिसका विरोध करने पर उन्हें झूठे मुकदमे में फंसाकर जेल भेज दिया गया है.
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रामबाबू ने बताया कि अभी कुछ दिनों पूर्व खदान के भीतर कुछ बदमाशों ने फायरिंग और लूट की घटना को अंजाम दिया गया था. इसके बाद पुलिस बदमाशों को तो नहीं पकड़ पाई, लेकिन रात में अपने खेतों की रखवाली कर रहे किसानों को जरूर पकड़कर झूठे मामले में जेल भेज दिया. उन्होंने कहा कि झूठे मामले में जेल भेजे गए सभी ग्रामीणों को जल्द से जल्द रिहा किया जाए तथा निष्पक्ष जांचकर दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए.