हमीरपुर:बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में शुक्रवार को विजिलेंस टीम के छापे से हड़कंप मच गया. टीम ने वित्त एवं लेखाधिकारी को 25 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा. इसके बाद विजिलेंस टीम वित्त एवं लेखाधिकारी को लेकर सदर कोतवाली पहुंची, जहां बीएसए कार्यालय में तैनात सरकारी कर्मचारी भी पहुंचे और विजिलेंस टीम की कार्रवाई पर आक्रोश व्यक्त किया.
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ग्रेच्युटी भुगतान के लिए की थी 40 हजार रुपये रिश्वत की मांग
प्राथमिक विद्यालय टेड़ा में तैनात प्रधानाध्यापक रमाकांत शुक्ला के ससुर वर्ष 2018 में बेसिक शिक्षा विभाग से सेवानिवृत्त हुए थे. रमाकांत शुक्ला ने बताया कि सेवानिवृत्त होने के बाद उनकी ग्रेच्युटी का भुगतान विभाग द्वारा नहीं किया जा रहा था. उन्होंने बताया कि ग्रेच्युटी का भुगतान करने के एवज में बीएसए कार्यालय में तैनात वित्त एवं लेखा अधिकारी 40 हजार रुपये की मांग कर रहे थे. इसके बाद उन्होंने लखनऊ में इसकी शिकायत विजिलेंस से की.
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पीड़ित के साथ सामान्य नागरिक बनकर पहुंचे थे विजिलेंस अधिकारी
शिकायत पर संज्ञान लेते हुए विजिलेंस अधिकारी शुक्रवार को सामान्य नागरिक बनकर वित्त एवं लेखाधिकारी दीपचंद को रिश्वत के 25 हजार रुपए देने पहुंचे. उन्होंने बताया कि जैसे ही लेखाधिकारी दीपचंद ने रिश्वत के पैसे लिए वैसे ही विजिलेंस के अधिकारियों ने उसे गिरफ्तार कर लिया. वहीं दूसरी ओर विजिलेंस टीम की कार्रवाई से आक्रोशित कर्मचारियों ने सदर कोतवाली का घेराव किया. लेकिन सदर इंस्पेक्टर तारा सिंह पटेल ने कर्मचारियों को समझा-बुझाकर शांत कराया.