हमीरपुर: लंबी लड़ाई के बाद वंदना यादव मंगलवार यानी 22 दिसंबर शाम को फिर से जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर काबिज हो गईं. अपर मुख्य अधिकारी द्वारा उन्हें कार्यभार ग्रहण कराया गया. वंदना यादव को दो वर्ष आठ माह पूर्व अविश्वास प्रस्ताव करा पद से हटा दिया गया था. जिस पर उन्होंने प्रक्रिया को गलत बता हाईकोर्ट का सहारा लिया था. इसके बाद हाईकोर्ट द्वारा उनके पक्ष में दिए गए फैसले के बाद वह सीट पाने में सफल रहीं. सपाइयों ने खुशी जताते हुए इसे लोकतंत्र की जीत बताया है.
अविश्वास प्रस्ताव व निर्वाचन प्रक्रिया को हाईकोर्ट ने कर दिया था निरस्त
दो अप्रैल 2018 को तत्कलीन जिला पंचायत अध्यक्ष वंदना यादव के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित किया गया. इसके बाद रिक्त पद में हुए उपचुनाव में जयंती राजपूत जिला पंचायत अध्यक्ष चुनी गईं. वहीं वंदना यादव ने मामले में सरकार व निर्वाचन आयोग के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की. जिस पर हाईकोर्ट ने अविश्वास प्रस्ताव प्रक्रिया को गलत ठहराते हुए उसे निरस्त कर दिया. साथ ही हुए निर्वाचन को भी गलत ठहराया और वंदना यादव को जिला पंचायत अध्यक्ष माना. इसके बाद वंदना यादव ने कार्यभार ग्रहण कराने व मौजूदा जिला पंचायत अध्यक्ष के कार्यों पर रोक लगाने की मांग कर डीएम को हाईकोर्ट का आदेश सौंपा.