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हमीरपुर: कुपोषित बच्चों के परिजनों को सौंपी गई एक-एक गाय

यूपी के हमीरपुर में हर कुपोषित बच्चे के अभिभावकों को एक-एक गाय देने का अभियान चलाया गया. डीएम की मौजूदगी में इस कार्यक्रम का आोयजन किया गया. गायों के भरण-पोषण के लिए लाभार्थियों के खाते में हर माह 900 रुपये की धनराशि भेजी जाएगी.

कुपोषित बच्चों के परिजनों को सौंपी गई गाय.
कुपोषित बच्चों के परिजनों को सौंपी गई गाय.

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Published : Sep 24, 2020, 10:40 PM IST

हमीरपुर:हर कुपोषित बच्चे के अभिभावकों को एक-एक गाय देने की सीएम योगी आदित्यनाथ की घोषणा का असर जिले में दिखने लगा है. इसी क्रम में गुरुवार को कुरारा ब्लॉक के बदनपुर गांव के कुपोषित बच्चों के परिवार वालों को दुधारू गाय दान की गई. जिलाधिकारी ज्ञानेश्वर त्रिपाठी की मौजूदगी में कुपोषित बच्चों के परिजनों को एक-एक गाय सौंपी गई. इसके साथ ही आश्वस्त किया गया कि प्रतिमाह लाभार्थी के खाते में गायों के भरण-पोषण को लेकर 900 रुपये की धनराशि भेजी जाएगी.

बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग द्वारा बदनपुर के प्राइमरी स्कूल में आयोजित गऊदान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि गाय का महत्व वैदिक काल से रहा है. गाय का दूध, गोबर, मूत्र सब में औषधि तत्व पाए जाते हैं. धार्मिक रूप से भी गाय अत्यंत महत्वपूर्ण है, जिसमें देवी-देवताओं का वास होता है. इसीलिए गाय को मां का दर्जा दिया जाता है.

उन्होंने कहा कि कुपोषित बच्चों को स्वस्थ्य बनाने में गाय का दूध रामबाण का काम करेगा. लाभार्थी गायों का सही से ख्याल रखें. समय से चारा-पानी दें, तो घर में भी खुशहाली आएगी. गायों के रख-रखाव को लेकर शासन द्वारा प्रति लाभार्थी को हर माह नौ सौ रुपये की धनराशि भी दी जाएगी.

मुख्य विकास अधिकारी केके वैश्य ने भी ग्रामीणों को गाय का महत्व बताते हुए कुपोषण को लेकर शासन द्वारा शुरू की गई मुहिम को सफल बनाने का आह्वान किया. पशुपालन विभाग के उपनिदेशक और जनपद की गोशालाओं के रख-रखाव को लेकर नोडल अधिकारी बनाए गए डॉ. एसएस अली ने ग्रामीणों को पशुपालन विभाग की योजनाओं की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि गाय के दूध से बच्चे तो सेहतमंद होंगे ही, साथ ही किसानों को अन्ना प्रथा जैसी कुप्रथा से भी छुटकारा मिलने का रास्ता तैयार होगा.

जिला कार्यक्रम अधिकारी सुरजीत सिंह ने बताया कि जनपद में कुपोषित बच्चों की संख्या 1053 है, जबकि 97 कुपोषित बच्चों के अभिभावकों ने गाय लेने की इच्छा जाहिर की थी. इसलिए सातों ब्लॉकों ने इन कुपोषित बच्चों को आज से दुधारू गाय प्रदान किया जाना शुरू कर दिया है. उन्होंने कहा कि गर्भवती महिला या फिर रक्तल्पता (एनीमिया) का शिकार कोई भी व्यक्ति दुधारू गाय प्राप्त कर सकता है. कार्यक्रम में खण्ड विकास अधिकारी कुरारा राम सिंह अहिरवार, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. एके यादव, पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. अमिताभ सचान, डॉ. ब्रजेंद्र सिंह लोधी, प्रभारी सीडीपीओ कुरारा शशि प्रभा, मुख्य सेविका मीना ठाकुर, ग्राम प्रधान प्रतिनिधि रावेंद्र पाल आदि मौजूद रहे.

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