हमीरपुर:कानपुर मुठभेड़ में 8 पुलिसकर्मियों की शहादत के बाद जिले का पुलिस महकमा भी सक्रिय हो गया है. डीजीपी के निर्देश के पर जिले में चिन्हित 17 गैंग की फाइल खंगाली जा रही है. हालांकि मौजूदा में करीब 6 गैंग सक्रिय बताए जा रहे हैं. वहीं पुलिस नए बदमाशों की हिस्ट्रीशीट खोले जाने के साथ पहले से हिस्ट्रीशीट में दर्ज जिले के 974 अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई के मूड में दिख रही है.
गुरुवार रात कानपुर के हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को पकड़ने गई पुलिस पर हुई फायरिंग में सीओ समेत आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे. जिसके बाद पुलिस ने अपराधियों के खिलाफ शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. मौजूदा में जिले में 17 गैंग रजिस्टर्ड हैं. जिसमें सबसे पहला नाम राठ कस्बा निवासी भूपेंद्र यादव गैंग का है, जिसके खिलाफ जिले के विभिन्न थानों में हत्या व हत्या का प्रयास जैसे 52 मामले दर्ज हैं. इसे वर्ष 2014 में सपा सरकार से विरोध कर पत्नी को लोकसभा चुनाव लड़ाना भारी पड़ गया. बीते काफी समय से भूपेंद्र हत्या के आरोप में बांदा जेल में निरुद्ध है. वहीं दूसरा नाम कुरारा थानाक्षेत्र के पतारा गांव निवासी रोहित यादव का है, जिसके खिलाफ जिले के विभिन्न थानों के अलावा अन्य जनपदों में कुल 32 मुकदमे दर्ज हैं. इसमें हत्या व हत्या का प्रयास व लूट के मुकदमे भी शामिल हैं. रोहित पर चार बार पुलिस पर हमला करने का भी आरोप है. रोहित को बीते 12 जून को कुरारा थानाध्यक्ष समेत पुलिस कर्मियों पर जानलेवा हमला करने के आरोप में जेल भेजा गया था.