हमीरपुर : यूपी के परिषदीय विद्यालय और शिक्षक अपनी बदहाल शिक्षा व्यवस्था के लिए अक्सर चर्चा का विषय बने रहते हैं. वहीं सरीला विकासखंड के धरऊपुर मजरा के नवीन प्राथमिक विद्यालय में तैनात प्रधानाध्यापक ने अपनी कर्तव्य निष्ठा के साथ ही वाणी और व्यवहार से छात्र-छात्राओं को ही नहीं बल्कि समूचे मजरे को अपना बना लिया है. यही कारण था कि स्थानांतरण के बाद गुरुवार को जब प्रधानाध्यापक की विदाई हुई तो छात्र-छात्राओं के साथ ही समूचा मजरा फूट फूट कर रो पड़ा.
प्रधानाध्यापक के ट्रांसफर पर रोया पूरा गांव, तिलक लगाकर दी विदाई
हमीरपुर के एक प्राथमिक विद्यालय में लगातार 12 वर्षों से कार्यरत प्रधानाध्यापक के विदाई समारोह में ग्रामीण इतने भावुक हुए की फूट-फूट कर रो पड़े. वहीं सभी का प्रेम देख प्रधानाध्यापक भीष्म नारायण सोनी भी अपना धैर्य खो बैठे और रो पड़े. कुछ साल पहले भी प्रधानाध्यापक का स्थानांतरण हो गया था. लेकिन गांव के लोगाें ने बीएसए के पास जाकर स्थानांतरण रुकवा दिया था.
अश्रुपूरित नेत्रों से तिलक लगाकर दी विदाई
जिले के सरीला के धरऊपुर मजरा के नवीन प्राथमिक विद्यालय में लगातार 12 वर्षों से भीष्म नारायण सोनी प्रधानाध्यापक के पद पर कार्यरत थे. बीते दिनाें उनका स्थानांतरण गृह जनपद होने की सूचना गांव के लोगाें को हुई तो सभी दुखी हो गए. गुरुवार को प्रधानाध्यापक भीष्म नारायण सोनी की विदाई की गयी तो छात्र छात्राओं के साथ ही समूचे मजरे के लोग फूट-फूट कर रो पड़े. सभी का प्रेम देख प्रधानाध्यापक भीष्म नारायण सोनी भी अपना धैर्य खो बैठे. इस दौरान गांव की महिलाओं ने प्रधानाध्यापक का अश्रुपूरित नेत्राें से तिलक कर विदाई दी.
पहले भी हुआ था स्थानांतरण
ग्रामीण कमलेश ने बताया कि प्रधानाध्यापक का कुछ साल पहले भी स्थानांतरण हो गया था. जिसके बाद गांव के लोगाें ने बीएसए के पास जाकर स्थानांतरण रुकवा दिया था. इस बार चूंकि उनका स्थानांतरण गृह जनपद हुआ है, इसलिए लोगाें ने इसकी पहल नहीं की है.