हमीरपुर: जिले को दिल्ली से जोड़ने वाला एकमात्र स्टेट हाईवे पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों की लापरवाही की भेंट चढ़ गया. लगातार बारिश से हाईवे किनारे हो रही भारी कटान के वक्त कुंभकर्णी नींद में लीन पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों की आंखें हाईवे पर गहरी दरारें पड़ जाने के बाद खुली हैं.
पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों की लापरवाही से हाइवे परर पड़ी दरार. दिल्ली से जोड़ने वाला एकमात्र स्टेट हाईवे पर पड़ी दरार
रोहइन नाला के पास जगह-जगह पड़ी इन दरारों के बीच अपनी लापरवाही छिपाने की कोशिश करते हुए अधिकारियों ने एक लेन पर यातायात बंद कराने के साथ ही कटान से हुए भारी भरकम गड्ढों को बालू की बोरियां से पाट दिया है. फिलहाल कटान रोकने के लिए समय पर आवश्यक कदम न उठाने वाले विभाग के जिम्मेदार अधिकारी हाईवे पर पड़ी दरारों के लिए बेतवा नदी में आई बाढ़ को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं और मरम्मत के लिए आपदा राहत राशि का इंतजार में बैठे हैं.
अखिलेश यादव ने 2017 में किया था उद्घाटन
सपा सरकार के शासनकाल में 100 करोड़ से अधिक लागत से बने स्टेट हाईवे का उद्घाटन तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने जनवरी 2017 में किया था, लेकिन आम जनता की गाढ़ी कमाई के पैसों से बने स्टेट हाईवे के रखरखाव को लेकर पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारी कभी भी संजीदा नहीं रहे.
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पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों की लापरवाही से हाईवे बेहाल
हर वर्ष बारिश के मौसम में हाईवे के किनारे भारी कटान होती रही, लेकिन अधिकारियों ने इस पर कभी भी ध्यान नहीं दिया. नतीजतन हाईवे के किनारे हो रहे गड्ढे दिन पर दिन भारी भरकम होते चले गए और हाईवे की एक लेन पर जगह-जगह दरारें पड़ गईं.
बेतवा नदी में आई बाढ़ को ठहरा रहे जिम्मेदार
वहीं इस मसले पर पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिशासी अभियंता अवधेश कुमार श्रीवास्तव ने विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही पर्दा डालते हुए हाईवे पर पड़ी दरारों के लिए बेतवा नदी में आई बाढ़ को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि राहगीरों की सुरक्षा के मद्देनजर हाईवे पर दरार पड़ जाने के कारण एक लेन को बंद कर दिया गया है. आपदा राहत निधि से फंड मिलते ही हाईवे का मरम्मत कार्य शुरू करा दिया जाएगा.
अधिकारियों के लापरवाही भरा रवैया
बताते चलें कि हाईवे के किनारे हो रही कटान से बेखबर पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों के लापरवाही भरे रवैये पर ईटीवी भारत ने 22 अगस्त को खबर प्रकाशित की थी, लेकिन फिर भी कटान रोकने के लिए जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा कोई कदम नहीं उठाया गया. इस कारण करोड़ों की लागत से बना स्टेट हाईवे जगह-जगह दरक गया.