हमीरपुर: नागरिकता संशोधन कानून बनने के बाद से संसद में पास होने से नाराज मुस्लिम समाज के लोगों ने सोमवार को सड़क पर उतरकर जोरदार प्रदर्शन किया. तहरीक-उलमा-ए-बुंदेलखंड के बैनर तले प्रदर्शन करने उतरे मुस्लिम समुदाय के लोगों ने नागरिकता संशोधन बिल को काला कानून करार दिया.
संविधान के अनुच्छेद 14 का खुला उल्लंघन
बिल भारत में धर्म लिंग संस्कृति और समुदाय के आधार पर भेदभाव नहीं करने की गारंटी देने वाले संविधान के अनुच्छेद 14 का खुला उल्लंघन है. अपर जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपते हुए उन्होंने केंद्र सरकार से कानून को जल्द से जल्द वापस लिए जाने की मांग की.
मुस्लिमों को रखा गया है इससे बाहर
बिल प्रवासियों को नागरिकता प्रदान करने के लिए रास्ता साफ करता है, लेकिन खासकर मुस्लिमों को इससे बाहर रखा गया है. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से गुहार लगाते हैं कि राष्ट्रहित में इस कानून पर हस्ताक्षर न करें और इस बिल को पुनर्विचार के लिए एक बार फिर से सदन भेजें.
इसे भी पढ़ें-हमीरपुर: गोशालाएं बन रहीं 'मृत' शाला, जिला प्रशासन बना है अंजान
सभी मुसलमान इस मुल्क के बाइज्जत शहरी हैं और मुल्क की आजादी में हमारे पुरखों का भी खून लगा है. केंद्र सरकार सीएबी और एनआरसी के जरिए मुस्लिमों को कमजोर करना चाहती है.लेकिन हम इसका पुरजोर विरोध करेंगे और ऐसा कतई नहीं होने देंगे.
-मीनू हाफिज, मुस्लिम धर्मगुरु