हमीरपुर: लॉकडाउन की वजह से दूसरे राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूर अब अपने घर आ रहे हैं. सरकार की ओर से चलाई जा रही श्रमिक ट्रेनों और अन्य वाहनों से भारी संख्या में प्रवासी मजदूर वापस आ रहे हैं. इन मजदूरों को शेल्टर होम में जांच के बाद 21 दिनों तक क्वारन्टाइन रहने की सलाह देकर घर भेजा जा रहा है. वहीं स्वास्थ्य विभाग ऐसे प्रवासी मजदूरों की ट्रैकिंग में भी जुटा हुआ है, जो घर पहुंच चुके हैं.
हमीरपुर में प्रवासी मजदूरों को कोरोना से बचाव की दी जा रही है जानकारी - हमीरपुर
उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में बाहर से आए मजदूरों की ट्रैकिंग की जा रही है. प्रवासी मजदूरों की ट्रैकिंग कर उन्हें कोरोना वायरस के बारे में जानकारी दी जा रही है.
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मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. आर.के. सचान ने बताया कि प्रवासी मजदूरों की ट्रैकिंग के लिए आशा और एएनएम की मदद ली जा रही है. आशा बहू, आशा संगिनी और एएनएम तीनों मिलकर मजदूरों की ट्रैकिंग कर रही हैं. अब तक 1500 के आसपास मजदूरों को ट्रैक किया गया है. इनका ब्यौरा भी ऑनलाइन फीड किया जा चुका है.
उन्होंने बताया कि ट्रैकिंग के दौरान मजदूरों को कोविड-19 के फैलने और बचने दोनों के बारे में जानकारी दी जा रही है. इसके साथ ही इनके दरवाजों पर कोविड-19 की जानकारी संबंधी पंफलेट भी चस्पा किए जा रहे हैं. गांव और शहर दोनों में निगरानी समिति भी मजदूरों की निगरानी कर रही है.