हमीरपुर: हमीरपुर की राठ विधानसभा (229) (Rath Assembly of Hamirpur) में आजादी के बाद से ही लोधी समाज के लोगों का वर्चस्व कायम रहा है. आजादी के बाद हुए विधानसभा चुनावों में यहां से अधिकांश बार लोधी उम्मीदवार ने ही जीत का परचम लहराया है. इसके पीछे की सबसे बड़ी वजह लोधी समाज को विकास की मुख्यधारा में लाने वाले स्वामी ब्रह्मानंद हैं. स्वामी ब्रह्मानंद के दिए हुए मंत्र का अनुसरण करते हुए लोधी समाज के लोग एकजुट होकर मतदान करते हैं. यही वजह है कि लोधी समाज जिस भी प्रत्याशी के साथ जाता है, उसी की विजय पताका लहराने लगती है.
राठ विधानसभा सीट में लोधी मतदाता सर्वाधिक संख्या में हैं. साल 2012 में यह सीट आरक्षित हो गई थी. जिसके बाद इस सीट पर कांग्रेस की टिकट से अपनी किस्मत आजमा रहे गयादीन अनुरागी व वर्ष 2017 में भाजपा की प्रत्याशी मनीषा अनुरागी ने जीत हासिल की. गयादीन और मनीषा अनुरागी की जीत में लोधी समाज का सर्वाधिक योगदान माना जाता है.
हमीरपुर की राठ तहसील के बरहरा गांव के एक लोधी परिवार में जन्मे स्वामी ब्रह्मानंद ने संन्यास ग्रहण करने के बाद कभी भी पैसा हाथ से नहीं छुआ. 10 साल तक हमीरपुर संसदीय सीट का प्रतिनिधित्व करने वाले स्वामी ब्रह्मानंद ने अपनी पेंशन छात्र-छात्राओं के हित में दान में दे दी. समाज सुधार तथा दलित उत्थान के लिए उन्होंने अपना जीवन अर्पित कर दिया.
पंचायती राज आधारित न्याय पालिका और गरीबों के लिए रोजी-रोटी के पक्षधर महान संत ने 13 सितंबर, 1984 को इस संसार को विदा कर दिया. लेकिन गरीब पिछड़ों के साथ-साथ लोधी समाज के उत्थान के लिए उनके द्वारा किए गए कार्यों से लोधी समाज उन्हें भगवानतुल्य मानता है. यही वजह है कि लोधी वोट बैंक पर अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए ज्यादातर प्रत्याशी ब्रह्मानंद महाविद्यालय स्थित स्वामी ब्रह्मानंद की समाधि पर माथा टेकने जरूर जाते हैं.
2007 में राठ विधानसभा
- चौधरी ध्रुराम लोधी (बसपा) 42601
- श्री निवास बुधौलिया (सपा) 33420
- प्रीतम सिंह (भाजपा) 27942
2012 में राठ विधानसभा
- गयादीन अनुरागी (कांग्रेस) 91295
- अंबेश कुमारी (सपा) 55158
- रामसहाय अहिरवार (बसपा) 44964