हमीरपुर: स्वच्छ भारत के सपने को साकार करने के लिए योगी सरकार ने 2018 में ही प्रदेश में पॉलीथिन का प्रयोग प्रतिबंधित कर दिया. इसके अलावा 73वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने भी लाल किले से देश की जनता को संबोधित करते हुए पॉलीथिन मुक्त देश बनाने का आह्वान किया था. इन सबके बावजूद पॉलीथिन पर पूरी तरह से लगाम नहीं लग पा रही है.
पॉलीथिन पर प्रतिबंध लगाने की कोशिशें नाकाम. हमीरपुर नगर पालिका क्षेत्र में धड़ल्ले से पॉलीथिन का प्रयोग हो रहा है. फल, सब्जी, मिठाई और अन्य दुकानों पर जमकर पॉलीथिन का प्रयोग हो रहा है. कार्रवाई के नाम पर नगर पालिका के अधिकारियों के द्वारा सिर्फ खानापूर्ति ही की जा रही है, जिस कारण प्रदूषण की सबसे बड़ी कारक पॉलीथिन का प्रयोग थम नहीं पा रहा है.
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समाजसेवी अनवर खान का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पॉलीथिन मुक्त भारत बनाने की जो पहल की वह वाकई में स्वागत योग्य है. इसके अलावा किसी भी बड़े अभियान की रूपरेखा अधिकारी कमरों में बैठकर बना लेते हैं, जिस कारण अपेक्षित परिणाम नहीं मिल पाता. उन्होंने कहा कि पॉलीथिन बैन करने के नाम पर अधिकारियों द्वारा छोटे दुकानदारों पर तो कार्रवाई की जाती है, लेकिन बड़ी-बड़ी कंपनियां इससे बच जाती हैं. यही वजह है कि प्रदेश सरकार द्वारा लगभग एक साल पहले पॉलीथिन पर प्रतिबंध लगाने के बावजूद आज भी पॉलीथिन का प्रयोग धड़ल्ले से जारी है.
वहीं नगर पालिका परिषद के चेयरमैन कुलदीप निषाद कहते हैं कि प्रधानमंत्री मोदी के पॉलीथिन मुक्त भारत के सपने को साकार करने के लिए नगर पालिका द्वारा लोगों को समय-समय पर जागरूक किया जाता है. इसके अलावा नगर पालिका के अधिकारियों और कर्मचाारियों की ओर से अभियान चलाकर पॉलीथिन का इस्तेमाल करने पर दुकानदारों पर कार्रवाई करते हुए 67 हजार रुपये जुर्माना वसूल किया गया. इसके साथ ही दस किलो से अधिक पॉलीथिन जब्त की गई.