हमीरपुर: यमुना बेतवा में आई बाढ़ से सबसे ज्यादा नुकसान राठ रोड के किनारे बसे चंदुलीतीर गांव में हुआ है. सड़क के किनारे पड़ी किसानों की सैकड़ों बीघा फसल भी जलमग्न हो गई है. कई फुट पानी भरा होने के कारण ग्रामीण नाव के सहारे अपने खाने-पीने का बंदोबस्त कर रहे हैं और प्रशासन के राहत पहुंचाये जाने के इंतजार में हैं.
बाढ़ में तहस-नहस हो गया चंदुलीपीर गांव. इसे भी पढ़ें :- हमीरपुर: नहीं थम रहा बाढ़ का कहर, बेघर लोगों में भारी आक्रोश
यमुना बेतवा नदी अपने उफान पर
चंदुलीतीर निवासी रामा देवी बताती हैं कि उनका कच्चा मकान बेतवा में आई भयानक बाढ़ की चपेट में आकर तहस-नहस हो गया. इतना ही नहीं खाने-पीने का राशन तक पानी में डूब गया. बीते 3 दिनों से उन्हें भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
जिला प्रशासन से किसी भी प्रकार की मदद न पहुंचाये जाने पर नाराजगी जताते हुए उन्होंने कहा कि बाढ़ के पानी में सब कुछ खोने के बाद उन्होंने सड़क किनारे ही अपना डेरा जमा लिया है. मवेशी और बच्चे खुले में रहने को मजबूर हैं.
बाढ़ से प्रभावित चंदुलीतीर गांव के ज्यादातर वासियों को बाढ़ राहत शिविरों में पहुंचा दिया गया है. जहां पर उन्हें सभी प्रकार की राहत सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है. इसके अलावा गांव के जिन लोगों तक राहत सामग्री नहीं पहुंच पाई है उन तक भी जल्द से जल्द राहत सामग्री पहुंचाई जाएगी.
-अभिषेक प्रकाश, जिलाधिकारी