हमीरपुर: जिले के सुमेरपुर विकास खंड के टिकरौली ग्राम पंचायत में कूटरचित तरीके से शासकीय धन का बंदरबांट करने वाले दो ग्राम विकास अधिकारी और तकनीकी सहायक के खिलाफ सदर कोतवाली में गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है. इससे ग्राम विकास से जुड़े अधिकारियों-कर्मचारियों में हड़कंप मचा हुआ है. ग्रामीणों की शिकायत पर केंद्रीय मनरेगा आयुक्त के निर्देश पर जांच टीम ने तीनों को दोषी पाया था.
सुमेरपुर के बीडीओ विपिन कुमार ने कोतवाली में तहरीर देकर टिकरौली गांव के ग्राम विकास अधिकारी महेंद्र पाण्डेय, प्रियंका और तकनीकी सहायक वीरेंद्र कुमार के खिलाफ कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर शासकीय धन के गबन का मुकदमा कायम कराया है. विकास कार्यों में गड़बड़ी पाए जाने पर केंद्रीय जांच टीम के अधिकारियों ने स्थानीय कर्मचारियों की मौके पर जमकर फटकार लगाई थी और रिपोर्ट तैयार करके केंद्रीय मनरेगा आयुक्त को सौंपी थी. विभागीय जांच में मामला स्पष्ट होने के बाद तहरीर दी गई है, जिसके आधार पर तीनों लोगों के खिलाफ धारा 419, 420, 467, 468, 471, 409 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है.