हमीरपुरः ठंड के इस मौसम में बेजुबानों का बुरा हाल है. गोशाला में सर्द हवाएं व कोहरे की धुंध गोवंश को दर्द देने लगी हैं. इसका कारण है कि गोशालाओं में सर्दी से बचाव के कोई इंतजाम नहीं हैं. मवेशी कहीं खुले आसमान के नीचे ठिठुर रहे हैं तो कहीं टीन सेट के नीचे सर्द हवाओं से कांप रहे हैं. यही नहीं अफसरों की अनदेखी से गोशाला में लगातार गोवंश दम तोड़ रहे हैं. यह अलग बात है कि शासन गोवंश की रक्षा व उनके भरण-पोषण को खासा ध्यान दे रही. लेकिन, संबंधित अधिकारी उदासीनता बरतने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे. जिले की सरीला क्षेत्र में बनी गौशाला धरातल में कम और कागजों में ज्यादा चल रही है.
जनपद के गोहांड व सरीला नगर पंचायत में दो गोशाला संचालित है. वहीं विकास खंड गोहांड 49 व सरीला 45 में गांव हैं, जिसमें से सरीला में 5354 व गोहांड में 4445 गोवंश बंद हैं. इन गोशालाओं में सरकारी आंकड़ों के मुताबिक सिर्फ 16 गोवंश की मौत हुई है. ग्रामीणों के अनुसार, क्षेत्र में बंद गौशालाओं में आये दिन मवेशियों की मौत हो रही है.
गोशालाओं में चारे-भूसे के इन्तजाम नाकाफी है, व्यवस्थाएं सब कागजी हैं. कड़ाके की इस सर्दी में गोवंश के बचाव के लिए कोई इंतजाम धरातल पर नहीं दिखाई दे रहे हैं. कुछ जगहों पर टीन शेड है, लेकिन वहां सर्द हवाओं से बचाव के इंतजाम नहीं हैं. इसके अलावा गोशालाओं में गोवंश की तादात अधिक है और टीन शेड के नीचे पर्याप्त जगह नहीं है. इससे गोवंश खुले आसमान के नीचे कांपते हैं.