हमीरपुर: 'रेफर सेंटर' के नाम से मशहूर जिला चिकित्सालय में जब डायलिसिस यूनिट की शुरुआत होने की सूचना लोगों को मिली, तो उनमें उम्मीदों की किरण जगी, लेकिन यह किरण अब धुंधली होती दिखाई दे रही है. क्योंकि एक अरसा बीतने के बाद भी डायलिसिस यूनिट का अता-पता नहीं है. वहीं यूनिट शुरू होने में देरी का ठीकरा अस्पताल प्रशासन सेवा प्रदाता कंपनी पर फोड़ रहा है. फिलहाल डायलिसिस यूनिट की शुरुआत न होने के कारण किडनी समेत तमाम अन्य रोगों के मरीजों को डायलिसिस के लिए कानपुर या फिर प्राइवेट अस्पतालों में जाकर अपनी जेब ढीली करनी पड़ रही है.
जिला अस्पताल के सीएमएस डॉक्टर पीएन गोयल डायलिसिस यूनिट की शुरुआत में हो रही देरी के लिए सेवा प्रदाता कंपनी को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने कहा है कि अस्पताल में डायलिसिस सुविधा उपलब्ध कराने का कार्य शासन द्वारा बनारस की हेरिटेज कंपनी को दिया गया है. जिसके लिए डायलिसिस यूनिट के लिए अस्पताल प्रशासन द्वारा कंपनी को जगह उपलब्ध करा दी गई है. वहां पर डायलिसिस यूनिट के उपकरण भी रखवा दिए गए हैं.