हमीरपुर: सूबे में विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election 2022) को लेकर धीरे-धीरे सियासी तापमान बढ़ने लगा है. टिकट की चाहत रखने वाले नेताओं ने वरिष्ठ नेताओं की परिक्रमा भी शुरू कर दी है. वहीं, मतदाताओं को रिझाने के लिए सपा के मुखिया अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) विजय यात्रा के पहले ही चरण में ही हमीरपुर आ चुके हैं. निषाद बाहुल्य सीट पर (Nishad majority seat) मतदाताओं को रिझाने के लिए बीते दिनों निषाद पार्टी के मुखिया संजय निषाद (Nishad Party chief Sanjay Nishad) ने भी जनसभा की थी. आंकड़ों के लिहाज से देखें तो हमीरपुर सदर (228) विधानसभा पर दलित और पिछड़ी जाति के मतदाता जिस ओर रुख कर लेते हैं, विजय पताका वहीं लहरने लगती है.
वैसे दलित और पिछड़ों के बीच केंद्रीय राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति (Union Minister of State Sadhvi Niranjan Jyoti) व हमीरपुर सदर से पूर्व विधायक आशोक चंदेल की खासी पैठ मानी जाती है. साध्वी निरंजन ज्योति 2014 में फतेहपुर से सांसद चुनी गईं. जबकि 2017 में भाजपा के टिकट से जीतकर विधानसभा पहुंचे अशोक चंदेल को हत्या के मामले में हाईकोर्ट के आजीवन करावास की सजा सुनाए जाने के बाद खाली हुई सीट पर हुए उपचुनाव में भी भाजपा का कब्जा बरकरार रहा और युवराज सिंह ने जीत का परचम लहराया.
हमीरपुर सदर विधानसभा (2007)
- अशोक चंदेल (सपा) 43672
- शिवचरन प्रजापति (बसपा) 36576
- साध्वी निरंजन ज्योति (भाजपा) 25164
हमीरपुर सदर विधानसभा (2012)
- साध्वी निरंजन ज्योति (भाजपा) 63762
- मोहम्मद खान (बसपा) 55938
- शिवचरन प्रजापति (सपा) 48557
हमीरपुर सदर विधानसभा (2017)
- अशोक चंदेल (भाजपा)110888
- डॉ. मनोज कुमार प्रजापति (सपा) 62233
- संजीव कुमार उर्फ संजय दीक्षित (बसपा) 60543