हमीरपुरः जिले में चार ऐसे जांबाज साइकिल सवार मिले जो लॉक डाउन के चलते 18 सौ किलोमीटर का लंबा सफर तय कर के चेन्नई से यूपी के उन्नाव जा रहे थे. लगातार 24 दिनों से साइकिल चलाकर जिले के मौदहा कस्बे में पहुंचने पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने इनके भोजन आदि की व्यवस्था की और स्वास्थ्य परीक्षण किया. जिसके बाद सभी को आगे के लिए रवाना कर दिया गया.
लॉक डाउन में साइकिल पर चेन्नई से उन्नाव का सफर
उन्नाव के रहने वाले चार मजदूर चेन्नई में मजदूरी कर के अपना पेट पाल रहे थे. लाॅक डाउन के बाद जब इनकी रोजी-रोटी चली गई तो इन लोगों ने अपनों के बीच जाने के लिए अपने घरों का रुख किया और साइकिल पर सवार होकर चेन्नई से उन्नाव के लिए निकल पड़े. अभी तक इन लोगों ने 18 सौ किलोमीटर का सफर तय कर लिया है. अपने घर उन्नाव पहुंचने के लिए इन्हें अभी डेढ़ सौ किलोमीटर का सफर और तय करना है.
यह चारों लोग उन्नाव के रहने वाले हैं और चेन्नई में मजदूरी कर के अपना पेट पाल रहे थे. लाॅक डाउन के बाद जब इनकी रोजी-रोटी चली गई तो इन लोगों ने अपनों के बीच जाने के लिए अपने घरों का रुख किया और साइकिल पर सवार होकर चेन्नई से उन्नाव के लिए निकल पड़े. अभी तक इन लोगों ने 18 सौ किलोमीटर का सफर तय कर लिया है. अपने घर उन्नाव पहुंचने के लिए इन्हें अभी डेढ़ सौ किलोमीटर का सफर और तय करना है.
उन्नाव के हसनगंज निवासी हरीश कुमार बताते हैं कि उनके साथ आए सभी साथी उन्नाव के अलग-अलग तहसीलों के रहने वाले हैं. चेन्नई में साइकिल पर कुल्फी बेच कर अपना गुजारा करते थे लेकिन लॉक डाउन लागू होने के बाद से उनके सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया. जिस कारण उन्हें इतना बड़ा फैसला लेना पड़ा. उन्होंने बताया उनके अब तक के सफर में तमाम बाधाएं आईं. कई जगह साइकिल पंचर हुई, कई जगह उनकी साइकिल की चेन भी टूटी, लेकिन स्थानीय लोगों ने भरपूर सहयोग किया जिसकी वजह से वह अपने घर के इतने करीब तक पहुंचने में सफल हुए हैं.