हमीरपुर: किसानों के लिए मुसीबत का सबब बनी गोवंशों के लिए सीएम आदित्यनाथ योगी के आदेश पर गोशालाएं तो बनवा दी गई हैं, लेकिन इन गोशालाओं में मूलभूत सुविधाएं नहीं होने से गोवंश मर रहे हैं. गोशालाओं में सैकड़ों की संख्या में गोवंश हैं. इनके खानपान और समुचित ठहराव की व्यवस्था नहीं है. इसके अभाव में ये मर रहे हैं.
अव्यवस्थाओं के अभाव में दम तोड़ रहे गोवंश. इस मामले में गांव झलोखर निवासी रामकिशन कहना है कि गांव में तारबंदी करके आस्थाई गोशाला बनवाई गई है. लेकिन गायों को सर्दी और बारिश से बचाने के लिए कोई इंतजाम नहीं हैं. इसके अलावा को भूसे की जगह पुआल और सड़ी हुई फसल खिलाई जाती है.
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गांव सूरजपुर निवासी सुरेश ने बताया कि उनके गांव में बनाई गई आस्थाई गोशालाओं में तीन सौ से अधिक गोवंश बंद हैं. उनके खाने-पीने और सर्दी से बचाव के लिए कोई इंतजाम नहीं है. दो-चार दिन में एक बार गोवंशों को खिलाने के लिए एक ट्रैक्टर पुआल आ जाती है. गोशाला में बंद गायों के लिए ये मात्रा बहुत कम है. इसके साथ ही गोशाला में गोवंश को सर्दी से बचाने के लिए इंतजाम न होने के कारण हर दिन गोवंशों की मौत हो रही है. शनिवार को ठंड के चलते छह गोवंशों की मौत हो गई.
सरकारी आंकड़ों के अनुसार जिले में लगभग एक लाख 42 हजार पालतू गोवंश हैं. जबकि अन्ना गोवंश की संख्या लगभग 40 हजार है. इन्हें 318 ग्राम पंचायतों की गोशालाओं में निंयत्रित करने का दावा जिला प्रशासन करता है.
जिला प्रशासन के आदेश पर ग्राम पंचायतों में आस्थाई गोशालाएं बनवा दी गई हैं, लेकिन अन्ना गोवंशों के रखरखाव के लिए जो राशि उपलब्ध कराई जाती है. वह ऊंट के मुंह में जीरे के समान है.
अशोक आनंद, अध्यक्ष, प्रधान संघ