हमीरपुर: जनपद हमीरपुर मौदहा थानाक्षेत्र में बुधवार तड़के एसटीएफ उत्तर प्रदेश और स्थानीय पुलिस की विकास दुबे गैंग के शातिर अपराधी अमर दुबे से मुठभेड़ हुई. इस मुठभेड़ में अमर दुबे को एसटीएफ ने एनकाउंटर में मार गिराया. अमर दुबे का नाम एफआईआर में दर्ज में है.
पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार ने बताया कि विकास दुबे का करीबी अमर दुबे मौदहा कोतवाली क्षेत्र के अरतरा गांव में अपने किसी करीबी के यहां रुका हुआ था. विकास दुबे गैंग की तलाश में जुटी एसटीएफ की टीम को अमर दुबे के होने की भनक लगते ही टीम हरकत में आ गई. बुधवार तड़के यूपी एसटीएफ और हमीरपुर पुलिस ने उसे पकड़ने का प्रयास किया, तो अमर दुबे ने पुलिस पर फायरिंग कर दी, जिसके बाद पुलिस की ओर से की गई जवाबी फायरिंग में अमर दुबे घायल हो गया. इलाज के लिए उसे मौदहा सीएससी भेजा गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
जानकारी देते पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार ऑटोमेटिक हथियार और एक बैग बरामद
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि अमर दुबे के पास से एक ऑटोमेटिक हथियार और एक बैग बरामद हुआ है. साथ ही अमर दुबे की ओर से की गई फायरिंग में मौदहा इंस्पेक्टर मनोज शुक्ला और एक एसटीएफ पुलिसकर्मी भी घायल हुआ है. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि कानपुर में पुलिसकर्मियों की हत्या के मामले में विकास दुबे के अलावा अमर दुबे भी नामजद था. साथ ही इसके ऊपर 25 हजार का इनाम भी घोषित किया गया था. उन्होंने बताया कि मौके पर फॉरेंसिक टीम को बुलाया गया है. पुलिस की कई टीमें हमीरपुर में अमर दुबे के करीबियों को ढूंढने में जुटी हुई हैं.
यूपी एडीजी लॉ एंड ऑर्डर का बयान
यूपी एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार का कहना है कि विकास दुबे के करीबी अमर दुबे को हमीरपुर में एसटीएफ और स्थानीय पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया है. उन्होंने कहा कि हमारे जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा. अन्य आरोपियों को भी जल्द गिरफ्तार किया जाएगा.
यूपी पुलिस की 40 टीमें तलाश में लगी हैं
इस मामले में यूपी पुलिस की 40 टीमें लगातार गैंगस्टर विकास दुबे को तलाश रही हैं. पुलिस को सूचना मिली थी कि विकास दुबे फरीदाबाद में छुपा हुआ है, जिसके बाद पुलिस ने वहां होटल में छापेमारी की और विकास दुबे के एक रिश्तेदार समेत दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया था. सूत्रों के हवाले से खबर है कि इसी होटल में विकास दुबे भी था.
हथियार के साथ अमर दुबे. फाइल फोटो
68 पुलिसकर्मी को किया लाइन हाजिर
वहीं कानपुर मुठभेड़ में 8 पुलिसकर्मियों के शहीद होने के बाद पुलिस पर सवाल उठे थे. इसमें चौबेपुर थाने को रडार पर लिया गया था. आईजी ने भी थाना चौबेपुर की संलिप्तता को संदिग्ध माना था, जिसके चलते सभी पुलिसकर्मियों को मंगलवार देर रात आईजी कानपुर रेंज मोहित अग्रवाल ने सभी 68 पुलिस कर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया था.
विकास दुबे का करीबी अमर दुबे. फाइल फोटो
बता दें कि कानपुर एनकाउंटर के मुख्य आरोपी और गैंगस्टर विकास दुबे की तलाश में उत्तर प्रदेश पुलिस प्रदेश कई जिलों में विकास दुबे के पोस्टर चस्पा कर रही है. जगह-जगह छापेमारी कर हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे की तलाश की जा रही है.