गोरखपुरः अच्छे स्वास्थ्य के लिए अच्छा भोजन, योग और व्यायाम जितना जरूरी है. उतना ही जरूरी अच्छी नींद लेना भी है. अच्छी नींद नहीं लेने पर आप कई तरह की गंभीर बीमारियों की चपेट में आ सकते है. अगर आपको रात में अच्छी नींद नहीं आती, खर्राटे आते हैं. सुबह उठने पर सिर में दर्द या भारीपन बना रहता है. खाना खाते-खाते सो जाते हैं या गाड़ी चलाते समय झपकी लेते हैं, तो आप स्लीप डिसऑर्डर के शिकार भी हो सकते हैं. इसके लिए आपको डॉक्टर्स से इस बारे में सलाह लेना चाहिए. यह लापरवाही आपके लिए जानलेवा साबित हो सकती है. ऐसे विषयों पर 17 मार्च यानी आज 'वर्ल्ड स्लीप डे' के मौके पर डॉक्टरों द्वारा विशेष तौर पर चर्चा की जाती है. ताकि लोग जागरूक होकर अपने जीवन शैली को बेहतर बनाते हुए, इस समस्या से निजात पा सके.
गौरतलब है कि अच्छी नींद न आने की वजह से गंभीर रोगों की चपेट में आने वालों का परीक्षण करने के बाद वर्ष 2008 में वर्ल्ड स्लीप सोसाइटी गठित की गई. इसके बाद वर्ल्ड एसोसिएशन ऑफ स्लीप मेडिसिन के सहयोग से पहली बार 'वर्ल्ड स्लीप डे' के रूप में लोगों के बीच जागरूकता अभियान शुरू किया गया. यह प्रत्येक वर्ष मार्च माह के तीसरे शुक्रवार को मनाया जाता है. इस दिन अनिद्रा के शिकार लोगों को समस्याओं से निजात दिलाने के लिए देश और दुनिया भर में कई तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं.
गोरखपुर के मशहूर डॉक्टर नदीम अर्शद ने ईटीवी भारत से बताया कि हेल्थी नींद से जीवन का स्तर बढ़ जाता है. आदमी यदि अच्छी नींद सोता है, तो उसके शरीर एवं स्वास्थ्य पर अच्छा असर पड़ता है. उन्होंने कहा कि वयस्कों के लिए प्रतिदिन 7 से 8 घंटे की नींद आवश्यक है. तो वहीं बच्चों को पढ़ने और खेलने के लिए बड़ों से ज्यादा नींद की जरूरत होती है. उन्होंने कहा कि कॉमन स्लीप डिसऑर्डर जिसे 'आब्सट्रकटिव स्लीप एन्पिया' कहते हैं. यह पुरुषों में 26 से 34% और स्त्रियों में 17 से 28% पाया जाता है. इसमें पुरुषों की आयु 30 से 70 वर्ष मापी गई है.