गोरखपुर : प्रेमी के प्यार में पागल एक पत्नी ने अपने ही पति की हत्या कर दी. इस घटना में महिला का प्रेमी और प्रेमी का एक दोस्त भी शामिल था. घटना को अंजाम देने से पहले महिला ने अपने ससुराल के सभी सदस्यों को खाने में नशे की गोली देकर सुला दिया था. इसके बाद देर रात में प्रेमी और उसके एक साथी को घर के अंदर, छत के रास्ते बुलाकर सोए हुए पति को मौत के घाट उतार दिया. यही नहीं शव को ठिकाने लगाने के लिए इन लोगों ने मिलकर, शव को गांव के तालाब के पास ले जाकर रात में छोड़ दिया. सुबह होने पर पोखरे के पास लाश होने की सूचना जब पूरे गांव में फैली, तब जाकर पता चला कि मृतक रामानंद विश्वकर्मा है. यह घटना छह अप्रैल की रात घटी और सात तारीख की सुबह करीब 07 से 08 बजे के बीच में पुलिस को सूचना दी गई.
सोमवार को घटना का खुलासा करते हुए जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ गौरव ग्रोवर ने बताया कि 'पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर, पंचायतनामा करने के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हत्या की पुष्टि हुई थी. इस मामले में मृतक के पिता रामप्रीत विश्वकर्मा की लिखित तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर पुलिस जांच में जुटी थी. पोस्टमार्टम रिपोर्ट से उसके जांच का दायरा और बढ़ गया. विवेचना, साक्ष्य संकलन व पूछताछ के दौरान यह पता हुआ कि मृतक की पत्नी सीतांजलि अपने पति रामानंद विश्वकर्मा के साथ रहना नहीं चाहती थी. उन दोनों के संबंध अच्छे नहीं थे. युवक उसके एक दिन पहले ही विदेश से आया था. वह अपने प्रेमी बृजमोहन विश्वकर्मा उर्फ झीनक के साथ रहना चाहती थी. इसी बीच जब पति घर आया तो छह अप्रैल की रात को करीब एक बजे सीतान्जली ने पूरी योजनाबद्ध तरीके से अपने प्रेमी बृजमोहन और उसके दोस्त अभिषेक चौहान के साथ मिलकर पति की दुपट्टा से गला दबाकर हत्या कर दी और रामानंद के शव को गांव के तालाब में फेंक दिया.