गोरखपुर: त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की सरगर्मियां तेज हो गई हैं. वर्तमान समय में ग्राम पंचायतों में कराए गए कार्यों को जहां वर्तमान प्रधान गिना कर इसकी उपलब्धि लेते हुए चुनाव जीतने के प्रयास में हैं, वहीं ग्रामीण भी पूरी जांच परख के साथ प्रधान द्वारा कराए गए कार्यों का मूल्यांकन करने के बाद ही अपने मत का प्रयोग कर प्रत्याशी को जिताने का मन बनाए हुए हैं. ऐसे में ईटीवी भारत अपने दर्शकों को ग्राम पंचायतो की जमीनी हकीकत से रूबरू कराने का प्रयास कर रहा है. ईटीवी भारत गोरखपुर की टीम ने विकासखंड पिपराइच के ग्राम पंचायत कोनी और विकासखंड पिपरौली के ग्राम पंचायत जंगल रानी सुहास कुंवरी के ग्रामीणों से बात की. गांवों में कराए गए विकास कार्यों का जायजा लिया.
विकासखंड पिपराइच पर एक नजर-
विकासखंड पिपराइच के ग्राम पंचायत कोनी की जनसंख्या 5730 है, जिसमें सभी जाति धर्म के लोग समाहित हैं. ऐसे में वर्तमान ग्राम प्रधान प्रेमचंद चौरसिया ने 2240 मत प्राप्त कर चुनाव में जीत हासिल की थी. उन्होंने चुनाव जीतने के बाद पिछले पांच वर्षों में ग्राम पंचायत कोनी में चकरोड, नाली निर्माण, सीसी रोड, प्राथमिक विद्यालयों का सुंदरीकरण, बिजली की व्यवस्था, शौचालयों का निर्माण सहित निराश्रितों को आवास दिलाने का काम किया है. इस कार्य को लेकर ग्राम पंचायत कोनी के ग्रामीण काफी खुश है.
ग्रामीणों का मानना है कि जो कार्य पूर्व प्रधानों द्वारा नहीं कराया गया वह कार्य वर्तमान ग्राम प्रधान ने प्राथमिकता के आधार पर कराया है, जहां गांव के बच्चे बेहतर शिक्षा प्राप्त कर शारीरिक कार्यकुशलता को बढ़ाने के लिए खेल के मैदान में जाकर अपनी प्रतिभा का हुनर दिखाते हैं, वहीं ग्राम की कई प्रमुख सड़कें मुख्य मार्गों से जुड़कर गांव को विकास की गति प्रदान कर रही हैं. केंद्र व राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं से ग्रामवासी लाभान्वित हैं. ऐसे में कुछ बचे हुए कार्यों की टीस वर्तमान ग्राम प्रधान के मन में हैं. उन्होंने कहा कि यदि जनता जनार्दन ने मौका दिया तो उस शिकायत को भी वह दूर करेंगे.
विकासखंड पिपरौली के जंगल रानी सुहास कुंवरि