गोरखपुरः सीएम योगी आदित्यनाथ के शहर में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान शहनवाज आलम ने सीएम योगी आदित्यनाथ पर कटाक्ष किया है. उन्होंने सीएम योगी का संसद में रोते हुए पोस्टर दिखाकर कहा कि यूपी बहादुरों की धरती है. यहां आज तक ऐसा नेता पैदा नहीं हुआ, जो जेल से छूटने के बाद संसद में जाकर रोया हो. ये बहादुरों की धरती है. रोना इनकी परम्परा है. ‘सावरकर भी अंग्रेजों के सामने माफी मांगकर छूटे थे.
कांग्रेस अल्पसंख्यक मोर्चा ने सीएम योगी पर कसा तंज. यूपी कांग्रेस अल्पसंख्यक मोर्चा के चेयरमैन शहनवाज आलम ने गोरखपुर के ट्रांसपोर्टनगर स्थित पार्टी के अस्थायी कार्यालय पर अल्पसंख्यक मोर्चा के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की. इस दौरान कांग्रेस की जिलाध्यक्ष निर्मला पासवान भी मौजूद रहीं. उन्होंने प्रेसवार्ता के दौरान ही सीएम योगी आदित्यनाथ का संसद में रोता हुआ पोस्टर हाथ में उठाकर दिखाया और कहा कि यहां आज तक कोई ऐसा नेता पैदा नहीं हुआ, जो जेल से छूटने के बाद बाहर निकले और संसद में जाकर रोने लगे.
शहनवाज ने कहा कि हमारे प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू और वे खुद कई बार जेल गए. हम लोग जेल जाते हैं, तो हंसते हुए जाते और आते हैं और वहां पर बोलकर आते हैं कि तीन महीने में फिर आएंगे. हमारे विधायक जी सदन में गए रोये नहीं. लेकिन ये साहब रो रहे हैं. वैचारिक तौर पर हमारी असहमति है. विपक्षी दल हैं. हम इनका विरोध करते हैं. इस तरह रोकर यूपी की बहादुर आवाम को बदनाम किया जा रहा है. हम सभी को शर्मसार होना चाहिए कि आज ऐसा हम लोगों का सीएम है. आपको रोना था रो लेते. रोना इनकी परम्परा है. सावरकर भी अंग्रेजों से माफी मांगकर छूटे थे.
शहनवाज ने कहा कि डॉ. कफील खान की रिहाई की मांग को लेकर कांग्रेस अल्पसंख्यक मोर्चा 22 जुलाई से 12 अगस्त तक एक अभियान चला रहा है. इमसें एक सप्ताह के हस्ताक्षर अभियान में 5 लाख लोगों ने हमारे समर्थन में हस्ताक्षर किया. ब्लड डोनेशन का कार्यक्रम था, जिसमें हजारों लोगों ने ब्लड डोनेट किया. उसी चरण में आज पूरे प्रदेश में कांग्रेस पार्टी अल्पसंख्यक विभाग की ओर से एक प्रेसवार्ता हर जिले में हो रही है.
उन्होंने कहा कि प्रियंका गांधी आजमगढ़ के बिलरिया में गई. जहां पर सीएए और एनआरसी का विरोध करने वालों से मिलीं. वे अन्य जगहों पर भी गई और मुसलमानों ने मन बना लिया है कि वो कांग्रेस के साथ खड़े हैं. मुस्लिम देख रहा है कि बसपा और सपा अध्यक्ष किस तरह से भाजपा के साथ बार-बार खड़े हो जा रहे हैं.