गोरखपुर : बेमौसम हुई बरसात ने लोगों को ठंड का एहसास करा दिया. शनिवार से गोरखपुर में मौसम ने करवट ली है और बूंदाबांदी के साथ तेज बारिश भी हुई है, जिसकी वजह से जहां लोगों को गर्मी से राहत मिली है, वहीं घर के बक्से में बंद हो चुके स्वेटर और रेनकोट भी लोगों को निकालना पड़ा है. बारिश के साथ तेज हवा ने भी गलन बढ़ाई है. जरूरत के लिए लोग सड़कों पर छाता लेकर निकलने को मजबूर हुए. सोमवार को तो स्कूली बच्चे परीक्षा देने के लिए इसी बारिश में जाते देखे गए. इस बारिश और मौसम का जो सबसे अधिक नुकसान है वह गेहूं की खड़ी फसल पर है, जिसमें माना जा रहा है कि खेतों में झुक गई गेहूं की फसल में जहां पैदावार का नुकसान होगा, वहीं इससे दाने काले पड़ जाएंगे. तिलहन की फसल भी इससे प्रभावित होगी ऐसा माना जा रहा है.
स्थानीय लोगों ने कहा कि ठंड में इस बारिश ने इजाफा कर दिया है. जहां धीरे-धीरे गर्मी पड़ रही थी वहीं, पिछले 3 दिनों से मौसम ने इस कदर करवट ली है कि जैकेट पहन के निकलना मजबूरी बन गई. स्कूल और लाइब्रेरी पढ़ने जाने वाले बच्चों को भी परेशानी उठानी पड़ रही है. बुजुर्ग हो या महिला, छाता के सहारे अपने रोजमर्रा के काम पर जाते दिखाई दिए. बात करें ग्रामीण क्षेत्रों की तो यहां खेतों में खड़ी गेहूं की फसल झुक गई, जिससे किसानों को नुकसान का अनुमान है. बारिश और नुकसान के संबंध में जिला कृषि अधिकारी देवेंद्र कुमार से जब बात की गई उन्होंने कहा कि फिलहाल इतनी बारिश से बहुत अधिक नुकसान की उम्मीद नहीं है, लेकिन राजस्व विभाग की टीम नुकसान का जो आंकलन करके देगी, उसकी रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी. मौसम वैज्ञानिक कैलाश पांडेय ने 17 मार्च से 22 मार्च तक करीब 20 मिलीमीटर तक विभिन्न क्षेत्रों में बारिश का अनुमान जताया है. तेज हवाएं भी चलेंगी, जिससे मौसम में ठंड और नमी का एहसास होगा.