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गोरखपुर लिटरेरी फेस्टिवल का आगाज, शब्द संवाद पर साहित्यकारों ने रखे विचार - तीसरे संस्करण का शुभारंभ

उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में शनिवार को 2 दिवसीय गोरखपुर लिटरेरी फेस्टिवल के तीसरे संस्करण का शुभारंभ सेंट एंड्रयूज डिग्री कॉलेज में हुआ. उद्घाटन सत्र के समय शब्द संवाद विषय पर देश के प्रख्यात साहित्यकारों ने जनता से सीधा संवाद किया.

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गोरखपुर लिटरेरी फेस्टिवल का शुभारंभ हुआ है.

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Published : Feb 1, 2020, 6:35 PM IST

गोरखपुर:शहर के साहित्यिक, सांस्कृतिक फलक पर शब्द संवाद मंच उपलब्ध कराने वाले गोरखपुर लिटरेरी फेस्टिवल के तीसरे संस्करण का शुभारंभ शनिवार को हुआ. उद्घाटन सत्र में शब्द संवाद विषय पर मंचासीन अतिथियों ने अपने विचारों को व्यक्त किया. मंच पर साहित्य अकादमी के पूर्व अध्यक्ष प्रोफेसर विश्वनाथ तिवारी, साहित्यकार मैत्रीय पुष्पा, प्रोफेसर केसी लाल और विभूति नारायण राय आदि मौजूद रहे.

गोरखपुर लिटरेरी फेस्टिवल का शुभारंभ.
गोरखपुर लिटरेरी फेस्ट का उद्घाटनगोरखपुर लिटरेरी फेस्ट के उद्घाटन सत्र में शब्द संवाद विषय पर देश के प्रख्यात साहित्यकारों ने पूर्वांचल की जनता से सीधा संवाद किया. अपने विचारों को व्यक्त करते हुए साहित्यकारों ने कहा कि शब्द बोलने और सुनने पर अनुभूति होती है. हमें अपने सामने वाले को ध्यान में रखकर उन शब्दों का प्रयोग करना चाहिए, जिससे सामने वाले को भी उसी प्रकार से आनंद मिले जैसा कि हमें मिलता है. वहीं आज की युवा पीढ़ी राजनीतिक क्षेत्र में बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रही है. ऐसे में हमें अपने आसपास व अपने समाज को जागृत करते हुए अपने हक के लिए सामने आने की जरूरत है. ऐसा करने से हमारी आने वाली पीढ़ी को भी इन कार्यों से काफी बल मिलेगा.विभिन्न प्रकार के होते हैं कार्यक्रमगोरखपुर लिटरेरी फेस्ट में देश के नामचीन साहित्यकार, शायर, फिल्म अभिनेता, गीतकार, मशहूर पत्रकार, नाट्य प्रस्तुति, साहित्यक संवाद, गुफ्तगू सहित अनेक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा.

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दो दिनों तक चलने वाले आयोजन में कुल 12 सत्र होंगे. इसमें साहित्य अकादमी के पूर्व अध्यक्ष प्रोफेसर विश्वनाथ तिवारी, साहित्यकार मैत्रीय पुष्पा, प्रोफेसर केसी लाल, विभूति नारायण राय, ममता कालिया, हरिकेश, सुलभ जयनंदन, पंकज मित्र और प्रभात रंजन जैसे साहित्यकारों के अलावा प्रोफेसर वसीम बरेलवी, महेश अस्क, कलीम कैसर, अबरार कासिम जैसे शायर. अनूठी किस्सागोई के लिए दुनियाभर में मशहूर महमूद फारुकी, फिल्म अभिनेता अखिलेंद्र मिश्र, गीतकार तनवीर गाजी, मशहूर पत्रकार अजीत अंजुम, राणा यशवंत, कुमार भावेश और योगेश मिश्र आदि मौजूद रहेंगे.
- डॉ. रजनीकांत श्रीवास्तव, फेस्टिवल अध्यक्ष

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