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गोरखपुरः योगी की इस योजना से हुनरमंदों के लगेंगे पंख, मिलेगी हौसलों की उड़ान - कौशल विकास मिशन योजना

उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन योजना के तहत हुनरमंदों के लिए तीन दिवसीय वर्कशॉप का आयोजन कर सर्टिफिकेट का वितरण किया जाएगा. इस योजना के तहत लोग अपने हुनर को और भी निखार सकते हैं.

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हुनरमंदों को मिलेगी हौसलो की उड़ान

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Published : Jan 15, 2020, 4:38 AM IST

Updated : Jan 15, 2020, 9:47 AM IST

गोरखपुरः उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन के अन्तर्गत पूर्व में अर्जित प्रमाणीकरण (आरपीएल) योजना का शुभारंभ किया गया. बीते शनिवार को मुख्यमंत्री योगी अदित्यनाथ के गृह जनपद गोरखपुर के विश्वविख्यात टेराकोटा औरंगाबाद से किया गया. आरपीएल की पहली कार्यशाला टेराकोटा के वर्कशाप पर आयोजन किया गया. आरपीएल द्वारा आयोजित तीन दिवसीय प्रशिक्षण एवं प्रमाण पत्र वितरण कार्यशाला में टेराकोटा से जुड़े सैकड़ों दस्तकारों ने हिस्सा लिया.

हुनरमंदों को मिलेगी हौसलो की उड़ान

योगी सरकार की इस योजना का लाभ ऐसे कामगारों को मिलेगा जिनके पास हुनर होने के बावजूद भी प्रमाण नहीं है. सफल कामगार होने के बावजूद भी प्रमाण पत्र के आभाव में सरकारी और प्राईवेट लिमीटेड कम्पनियों में रोजगार पाने से वंचित रह जाते है. इन्हीं को ध्यान में रखते हुए केंद्र और प्रदेश सरकार ने कौशल विकास मिशन के अन्तर्गत सर्टिफिकेशन आरपीएल योजना को संचालित किया. इसके तहत तीन दिवसीय प्रशिक्षण के उपरांत उनको प्रमाण दिया जायेगा, जिससे हुनरमंद सरकारी गैर सरकारी सहित विदेशों में किसी भी क्षेत्र में रोजगार हासिल कर सकेंगे.


जीगर ऑपरेटर एवं स्केचिंग और पेंटिंग दस्कारों का रहा ट्रैड
आरपील योजोना के अन्तर्गत टेराकोटा दस्तकारों को जिगर आपरेटर (चाक आपरेटर) स्केचिंग व पेन्टिंग का ट्रेड रहा. ट्रेनर ने बताया कि जीगर आपरेटर एक ऐसी कला है, जिसके माध्यम से मिट्टी की मुर्तियां, बर्तन, खिलौना आदि बनाई जाती है. इसके अंतर्गत रंगाई पोताई आदि की जानकारी दी जाती है.


हुनरमंद को दिया जाएगा सर्टिफिकेट
उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन के उपनिदेशक रामाश्रय सिंह ने बताया एक हुनरमंद कामगार हैं. इसके अंदर प्रतिभा की कोई कमी नहीं है लेकिन इसके बाद भी उसके पास कोई प्रमाण पत्र नहीं है. वह अमुक क्षेत्र में उस कार्य के लिए पारंगत हैं. इसी के दृष्टिगत उत्तर प्रदेश सरकार ने 1लाख 87 हजार 5 सौ प्रशिक्षित कारीगरों को तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला में प्रशिक्षण देकर उन्हें प्रमाण पत्र उनका सर्टिफिकेशन कराया जाएगा.

इस योजना के अंतर्गत हुनरमंद एक परमाणित कारीगर के रूप में अपने आप को स्थापित कर सकेंगे. वे लोग अपने कौशल के माध्यम से किसी भी क्षेत्र में रोजगार हासिल कर खुद को स्थापित कर सकते हैं. उन्होंने ने कहा कि हमारे जितने भी ट्रेनिंग पार्टनर है, सबको स्टेट हेडक्वार्टर से लक्ष्य प्राप्त हो गया है. इसके लिए टेराकोटा शिल्पियों के लिए (400) का लक्ष्य दिया गया है.


टेनरों ने दिया प्रशिक्षण और आंकलनकर्ता ने किया आंकलन
जिले के विश्वविख्यात टेराकोटा औरंगाबाद के वर्कशॉप पर आरपीएल तहत आयोजित प्रशिक्षण के दौरान दो बैच में 100 प्रशिक्षुओं ने प्रतिभाग किया. इन्हें अनुभवी प्रशिक्षकों ने टेक्निकल जानकारी दिया गया. वहीं तीसरे दिन लखनऊ के सेंचुरियन युनिवर्सिटी ऑफ टेकनिकल मैनेजमेंट की आंकलनकर्ता बुशरा फातिमा अन्सारी ने प्रतिभागियों का परिक्षण करते हुए उनकी प्रतिभा का आंकल भी किया.

जानिए क्या कहा जिला मैनेजर ने
जिला मैनेजर ने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार ने आरपीएल योजना लागू किया गया है. इस योजना के अंतर्गत जो भी कुशल कामगार है उनके पास कोई सर्टिफिकेट नहीं है. उनके पास हुनर है, लेकिन आगे नहीं बढ़ पाते हैं. सरकार ने ऐसे लोगों को चयनित कर तीन दिवसीय प्रशिक्षण कराने के उपरांत भारत सरकारी की ओर से सर्टिफिकेट जारी किया. इस सर्टिफिकेट से सरकारी अर्द्ध सरकारी संगठनों में काम कर सकते हैं. सर्टिफिकेट के हिसाब से उनका मजदूरी भी बढ़ जायेगी.

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Last Updated : Jan 15, 2020, 9:47 AM IST

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