गोरखपुरः उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन के अन्तर्गत पूर्व में अर्जित प्रमाणीकरण (आरपीएल) योजना का शुभारंभ किया गया. बीते शनिवार को मुख्यमंत्री योगी अदित्यनाथ के गृह जनपद गोरखपुर के विश्वविख्यात टेराकोटा औरंगाबाद से किया गया. आरपीएल की पहली कार्यशाला टेराकोटा के वर्कशाप पर आयोजन किया गया. आरपीएल द्वारा आयोजित तीन दिवसीय प्रशिक्षण एवं प्रमाण पत्र वितरण कार्यशाला में टेराकोटा से जुड़े सैकड़ों दस्तकारों ने हिस्सा लिया.
योगी सरकार की इस योजना का लाभ ऐसे कामगारों को मिलेगा जिनके पास हुनर होने के बावजूद भी प्रमाण नहीं है. सफल कामगार होने के बावजूद भी प्रमाण पत्र के आभाव में सरकारी और प्राईवेट लिमीटेड कम्पनियों में रोजगार पाने से वंचित रह जाते है. इन्हीं को ध्यान में रखते हुए केंद्र और प्रदेश सरकार ने कौशल विकास मिशन के अन्तर्गत सर्टिफिकेशन आरपीएल योजना को संचालित किया. इसके तहत तीन दिवसीय प्रशिक्षण के उपरांत उनको प्रमाण दिया जायेगा, जिससे हुनरमंद सरकारी गैर सरकारी सहित विदेशों में किसी भी क्षेत्र में रोजगार हासिल कर सकेंगे.
जीगर ऑपरेटर एवं स्केचिंग और पेंटिंग दस्कारों का रहा ट्रैड
आरपील योजोना के अन्तर्गत टेराकोटा दस्तकारों को जिगर आपरेटर (चाक आपरेटर) स्केचिंग व पेन्टिंग का ट्रेड रहा. ट्रेनर ने बताया कि जीगर आपरेटर एक ऐसी कला है, जिसके माध्यम से मिट्टी की मुर्तियां, बर्तन, खिलौना आदि बनाई जाती है. इसके अंतर्गत रंगाई पोताई आदि की जानकारी दी जाती है.
हुनरमंद को दिया जाएगा सर्टिफिकेट
उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन के उपनिदेशक रामाश्रय सिंह ने बताया एक हुनरमंद कामगार हैं. इसके अंदर प्रतिभा की कोई कमी नहीं है लेकिन इसके बाद भी उसके पास कोई प्रमाण पत्र नहीं है. वह अमुक क्षेत्र में उस कार्य के लिए पारंगत हैं. इसी के दृष्टिगत उत्तर प्रदेश सरकार ने 1लाख 87 हजार 5 सौ प्रशिक्षित कारीगरों को तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला में प्रशिक्षण देकर उन्हें प्रमाण पत्र उनका सर्टिफिकेशन कराया जाएगा.