गोरखपुर: चौरी चौरा इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल के छठवें संस्करण की तैयारियां पूरी हो चुकी है. जिसका उद्घाटन चौरी-चौरा जनांदोलन के नायकों के 6 से अधिक आश्रितों के द्वारा किया जाएगा. यह आयोजन चौरी-चौरा जनांदोलन के नायक शहीद अब्दुल्ला के गांव राजधानी केरामचंद्र इंटरमीडिएट कॉलेज में सम्पन्न होगा.
चौरी चौरा इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल यूपी का पहला फिल्म फेस्टिवल
ईटीवी भारत पर बोलते हुए चौरी चौरा इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल के फाउंडर शाह आलम ने बताया कि देश के अमर शहीदों की याद में मैंने बिना किसी सरकारी और गैर सरकारी संस्थानों के मदद के बिना अपने निजी मित्रो के सहयोग से बनाया है. जो यूपी का पहला फिल्म फेस्टिवल है. इस फेस्टिवल की शुरुआत लगभग 15 वर्ष पहले हुई थी. यह देश का पहला आयोजन है, जो प्रत्येक वर्ष शहादत दिवस पर होता रहा है. इसके लिए मैं दो दशक से कार्य कर रहा हूं. शाह आलम ने आगे बताया कि भारतीय स्वाधीनता संग्राम के गुमनाम क्रांतिकारीयों को उनके दस्तावेजों ,उनके पोस्टरों व फिल्मों के माध्यम से ढूंढने का एक प्रयास कर रहा हूं.
चौरी चौरा इंटरनेशनल फ़िल्म फेस्टिवल के फाउंडर के बारे में जानकारी
शाह आलम ने बताया कि वह बस्ती के निवासी है. उनके पूर्वजों में से एक पिरई खान रहे हैं. जिनका नाम जंगे आजादी की महुआ डाबर की घटना से जुड़ा हुआ है. बस्ती गजेटियर में पिरई खान द्वारा 6 अंग्रेजों को मारने का जिक्र है. इसके बाद महूआडाबर को जमीदोह कर दिया गया था.