गोरखपुर:कोरोना संक्रमण की वजह से अपने माता-पिता को खोने वाले बच्चों का गोरखपुर का कपड़ा व्यापारी संघ सहारा बनेगा. थोक वस्त्र व्यवसायी वेलफेयर सोसाइटी ने बेसहारा हुए बच्चों को हर महीने एक-एक हजार रुपये नगद देने की घोषणा की है. साथ ही बच्चों की अन्य जरूरतों का ख्याल रखने की भी बात कही है. बच्चों की जानकारी देने के लिए संगठन ने वाट्सएप नंबर जारी किया है. कोरोना संक्रमण से जिले में सैकड़ों लोगों की मौत हुई है. कई ऐसे परिवार हैं, जिनमें माता-पिता की कोरोना संक्रमण से मौत हो गई है. इन परिवारों में अब बच्चे ही बचे हैं, ऐसी स्थिति में बच्चों का भविष्य अंधकारमय न हो इसके लिए कपड़ा व्यवसायियों ने पहल की है. व्यवसायी खुद भी ऐसे बच्चों की तलाश में जुटे हैं. साथ ही प्रशासन की ओर से बनाई जा रही सूची को भी हासिल कर बच्चों से संपर्क किया जाएगा.
पीएम-सीएम की अपील से प्रभावित
इन व्यापारियों के द्वारा कोरोना की महामारी के बीच जरूरतमंदों को भोजन और भोजन सामग्री पहुंचाने का भी कार्य किया. इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तरफ से कोरोना की वजह से अनाथ हुए बच्चों के लिए मदद की अपील के बाद, व्यापारियों ने ऐसे बच्चों की मदद का बीड़ा उठाया है. थोक वस्त्र व्यवसायी संघ के अध्यक्ष राजेश नेभानी का कहना है कि सरकार की मंशा पर प्रशासन अपनी पहल करेगा तो अनाथ बच्चों की संख्या और पहचान भी सामने आ जाएगी, जिससे उनका संगठन उन्हें मदद पहुंचाने में सफल हो पाएगा. उन्होंने कहा कि ऐसे बच्चों की मदद संगठन ने तब तक करने की ठानी है, जब तक कि वह किसी मुकाम को हासिल नहीं कर लेते. उन्होंने इसके लिए जनसहयोग से सूचना मिल सके इसलिए व्हाट्सएप नंबर भी जारी किया है.