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राष्ट्रीय युवा दिवस : रेत शिल्प के माध्यम से स्वामी विवेकानंद को किया गया याद

उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में राष्ट्रीय युवा दिवस की पूर्व संध्या पर रेत शिल्प बनाकर स्वामी विवेकानंद को याद किया गया. बता दें कि आज स्वामी विवेकानंद की 158वीं जयंती है.

birth anniversary of swami vivekananda celebrated through sand art in gorakhpur
स्वामी विवेकानंद की 158वीं जयंती.

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Published : Jan 12, 2021, 6:05 AM IST

गोरखपुर :राष्ट्रीय युवा दिवस की पूर्व संध्या पर गोरखपुर महोत्सव 2021 के तहत गुरुकृपा संस्थान के बैनर तले चंपा देवी पार्क में रेत शिल्प कला के माध्यम से स्वामी विवेकानंद की 158वीं जयंती मनाई गई. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बीपी टोरेंट गैस के वाइस प्रेसिडेंट आर के नायर ने कहा कि स्वामी विवेकानंद युवाओं के प्रेरणा स्रोत हैं. युगों-युगों तक उनके विचार प्रासंगिक रहेंगे. उन्होंने युवाओं को उठो, जागो और अपने लक्ष्य की प्राप्ति तक निर्बाध गति से चलते रहने का जो आवाहन किया था, उसे आज भारत का हर युवा संकल्प के रूप में मानता है.

सैंड आर्ट बनाकर स्वामी विवेकानंद को किया गया याद.
'सैंड आर्ट बनेगा सेल्फी पॉइंट'

गोरखपुर महोत्सव आयोजन समिति के अध्यक्ष मंडलायुक्त जयंत नार्लीकर और महोत्सव के नोडल ऑफिसर एडीएम वित्त एवं राजस्व राजेश कुमार सिंह ने स्वामी विवेकानंद के चित्र का अवलोकन किया और कलाकृति की सराहना की. इस दौरान राजेश सिंह ने कहा कि महोत्सव में आने वाले लोगों को यह कलाकृति प्रेरणा देगी. यह सेल्फी पॉइंट का भी काम करेगी. उन्होंने कहा कि यह कलाकृति और विवेकानन्द जी का विचार युवाओं में आत्मनिर्भर भारत की ललक जगाएगा.

गुरुकृपा संस्थान के संस्थापक बृजेश राम त्रिपाठी ने कहा कि गोरखपुर महोत्सव में खासकर विवेकानंद जी का चित्र युवाओं को प्रेरित कर रहा है. युवा उत्साहित हैं, सेल्फी ले रहे हैं. उनके व्यक्तित्व और कृतित्व को साफ तौर पर देखा जा सकता है.

'भारतीय संस्कृति के प्राणवाहक महापुरुष थे विवेकानंद'

कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि टोरेंट गैस के एजीएम मार्केटिंग विकास गंगल ने कहा कि स्वामी विवेकानंद योग, वेदांत, धर्म साहित्य, भरतीय संस्कृति के प्राणवाहक महापुरुष थे, जो देश दुनिया में सदा सर्वदा के लिए स्वीकार है. गोरखपुर विश्वविद्यालय अंग्रेजी विभाग के प्रोफेसर अजय शुक्ला और ललित कला विभाग के अवकाश प्राप्त प्रोफेसर भारत भूषण ने भी अपने विचार व्यक्त किए.

रेत शिल्प से विवेकानंद का चित्र बनाने में सन्तोष श्रीवास्तव, महेश वर्मा, अभिषेक कुमार, मोनू कुमार विशाल सिंह, निवेदिता पांडेय, स्नेहा तिवारी, निशा सिंह, खुशबू, कृष्ण चंद पासवान, विवेक कुमार, मिलन सिंह, सुभम निषाद, क्षितिज विश्वकर्मा आदि लोग शामिल रहें. कार्यक्रम का संचालन डॉ मुमताज खान ने किया. जबकि अतिथियों का आभार ज्ञापन अर्चना सिंह ने किया.

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