गोरखपुर:जिले के कुसम्ही जंगल के एक स्कूल में विश्व के पहले एसडीजी चौपाल का आयोजन किया गया. कॉमनवेल्थ नेशन की सेक्रेटरी जनरल बैरोनेस पैट्रिशिया स्कॉटलैंड ने कार्यक्रम का उद्घाटन किया. पिपराइच गोरखपुर विश्व का पहला एसडीजी (सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल) चौपाल कुसम्ही जंगल के कंटेनर स्कूल में राष्ट्रीय संचालक अमरीश चन्द्रा एवं ओओएसी संस्था की सहभागिता से सम्पन्न हुआ.
जिला स्तर से ग्राम पंचायत स्तर तक सर्वांगीण विकास के लिए यूनाइटेड नेशंस (यूएन) द्वारा एक सर्वमान्य विकास माॅडल एसडीजी (सतत विकास लक्ष्य) तैयार किया गया है. इसे एसडीजी-2030 के नाम से जाना जाता है.
इसकी जमीनी क्रियान्वयन देशभर में सन् 2030 तक किया जाना है. भारत वर्ष को सन् 2030 में दुनिया के 193 देशों में एसडीजी की सफलता में पहला नंबर प्राप्त करने के लिए नीति आयोग (यूएन) एजेंसीज, डब्ल्यूएचओ, नागरिक फाउन्डेशन एवं दैनिक भास्कर उत्तर प्रदेश समेत अनेक संस्थाओं के संयुक्त प्रयासों से ‘एसडीजी चैपाल’ नामक कार्यक्रम विगत 20 दिसंबर 2019 को नीति आयोग द्वारा देश को समर्पित किया गया है.
स्कॉटलैंड की महिमा ने किया चौपाल का उद्घाटन
कार्यक्रम का उद्घाटन काॅमनवेल्थ सचिवालय की महासचिव पैट्रिसिया स्काॅटलैंड के द्वारा किया गया. कार्यक्रम में काॅमनवेल्थ कार्यालय के प्रोफेसर प्रजापति त्रिवेदी, दैनिक भाष्कर के चेयरमैन, संपादक दीपक द्विवेदी एसडीजी चौपाल राष्ट्रीय संयोजक एवं फाउन्डर डाईरेक्टर प्रोजेक्ट ओओएसी अमरीश चन्द्रा सहित शहर के गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे.
अपने उद्बोधन में काॅमनवेल्थ सचिवालय की महासचिव पैट्रिसिया स्काॅटलैंड ने ओओएसी संस्था रूद्रापुर कुसम्ही जंगल कंटेनर स्कूल गोरखपुर का निरीक्षण किया. इसकी सराहना करते हुए दैनिक भाष्कर के एसडीजी कार्यक्रम के प्रचार-प्रसार के लिए आभार व्यक्त किया.