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RTI से उठा पेट्रोलियम पदार्थों के दाम से पर्दा

गोरखपुर में सपा नेता काली शंकर की आरटीआई से कई खुलासे सामने आए हैं. आरटीआई में पेट्रोल-डीजल की लगातार बढ़ती कीमतों के बीच यह जानकारी सामने आई है कि यह दोनों पदार्थ अपने ही देश के लोगों को महंगे दामों पर बेचे जा रहे हैं. जबकि दुनिया के कई देशों पर बड़े ही सस्ते दाम पर इनका निर्यात किया जा रहा है.

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RTI से उठा पेट्रोलियम पदार्थों के दाम से पर्दा

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Published : Dec 29, 2020, 3:07 AM IST

गोरखपुर:सपा नेता काली शंकर की आरटीआई आजकल जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है. काली शंकर ने देश स्तर के कई मामलों में जो सूचना हासिल की है. वह लोगों को हैरान कर देने वाला है. ताजा मामला पेट्रोलियम पदार्थों की कीमत से जुड़ा हुआ है. पेट्रोल और डीजल की लगातार बढ़ती कीमतों के बीच जानकारी यह निकलकर आई है कि यह दोनों पदार्थ अपने ही देश के लोगों को महंगे दाम पर बेची जा रही है जबकि दुनिया के कई देशों पर बड़े ही सस्ते दाम पर इनका निर्यात किया जा रहा है.

समाजवादी पार्टी के नेता काली शंकर की आरटीआई से पता चला है कि भारत द्वारा 13 देशों को 27 रुपये प्रति लीटर से 37 रुपये प्रति लीटर के हिसाब से पेट्रोल और डीजल निर्यात किया जा रहा है. काली शंकर का कहना है कि इसी पेट्रोल और डीजल पर सरकार 125 से 150 फीसद तक टैक्स लगाकर अपने ही देश की जनता को महंगे दाम पर बेच रही है.

समाजवादी नेता की आरटीआई से पता चला है कि मैंग्लोर रिफाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड से 2019-20 में 13 देशों- इजिप्ट, इंडोनेशिया, केन्या, मेडागास्कर, मलेशिया, मॉरीशस, मोजांबिक, सिंगापुर, ताइवान, तांजानिया, थाईलैंड, टोगो और यूएई को 27 से 37 रुपये प्रति लीटर में रिफाइंड पेट्रोल और रिफाइंड डीजल बेचा गया. इस दौरान भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमत लगभग 70 से 80 रुपये प्रति लीटर रही. जबकि 1 बैरल में लगभग 159 लीटर तेल होता है. इस दौरान 1 डॉलर का मूल्य लगभग 73 रुपये था.

काली शंकर की ही आरटीआई से यह खुलासा हुआ है कि केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के पास आजतक इस बात का कोई आंकड़ा नहीं कि घी और सरसों के तेल के दिये से प्रदूषण होता है कि नहीं.

देश में नहीं हुई चौरी-चौरा जैसी घटना
इसके अलावा काली शंकर की याचिका पर हाईकोर्ट में बीजेपी के कमल के फूल चुनाव चिन्ह पर इस बात की सुनवाई चल रही है कि राष्ट्रीय पुष्प कमल का प्रयोग कोई पार्टी चुनाव चिन्ह के रूप में कैसे कर सकती है. इसके अलावा पिछड़ी जाति और चौरी-चौरा कांड के मामले में भी दाखिल RTI से ऐसी हैरान करने वाली जानकारी मिल रही है जिसको समाज स्वीकार ही नहीं करता. देश में चौरी-चौरा कांड जैसी कोई घटना ही नहीं घटी है. यह जानकारी भी RTI से मिली है जो हैरान करने वाली है.

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