गोरखपुर: समाजवादी पार्टी के नेता व यूपी कोऑपरेटिव फेडरेशन के पूर्व निदेशक काली शंकर ने मुख्य चुनाव आयुक्त व निर्वाचन आयोग में भाजपा के खिलाफ शिकायत दर्ज कर कराई है. सपा नेता का आरोप है कि भाजपा और उसकी केंद्र सरकार, सत्ता का दुरुपयोग करते हुए अपने चुनाव चिन्ह कमल के फूल को राष्ट्रीय पुष्प बताकर भारत सरकार की वेबसाइट पर प्रदर्शित कर आदर्श चुनाव संहिता का उल्लंघन कर रही है. वहीं, उन्होंने तत्काल इस पर रोक लगाने की मांग की है.
काली शंकर ने अपनी शिकायत में मुख्य चुनाव आयुक्त को लिखा है कि भारतीय जनता पार्टी की केंद्र सरकार ने अपने सत्ता का दुरुपयोग करते हुए अपने चुनाव चिन्ह कमल को भारत सरकार की वेबसाइट पर राष्ट्रीय पुष्प के रूप में प्रदर्शित है, जो सही नहीं है. इससे आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन हो रहा है. जो जनता को भी दिग्भ्रमित करता है.
सपा नेता काली शंकर व अन्य इसे भी पढ़ें - भाजपा का डोर-टू-डोर टोली महासंपर्क अभियान कल से होगा शुरू, घर-घर पहुंचेंगे कार्यकर्ता, मांगेंगे वोट
काली शंकर ने बताया हमारे निम्नलिखित प्रमाण से सारा कुछ स्पष्ट हो जाता है.
1- कमल के पुष्प को राष्ट्रीय पुष्प घोषित होने का कोई भी नोटिफिकेशन या सरकारी रिकॉर्ड भारत सरकार के मंत्रालय के पास नहीं है. ऐसे में कमल राष्ट्रीय पुष्प नहीं है. ऐसा मेरे आरटीआई के जवाब में भारत सरकार के पर्यावरण व वन मंत्रालय तथा बॉटनिकल सर्वे ऑफ इंडिया ने बताया है, जिसकी प्रतिलिपि सलग्न है.
आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायत 2 - सरकारी वेबसाइट का लिंक जिस पर भारतीय जनता पार्टी के चुनाव चिन्ह कमल को राष्ट्रीय पुष्प के रूप में प्रदर्शित किया जा रहा है : http://knowindia.gov.in/national-identity-elements/national-flower.php
काली शंकर ने कहा कि उपरोक्त से स्पष्ट होता है कि केंद्र की मोदी सरकार ने चुनावी लाभ के लिए झूठ बोल रही है. उन्हें गुमराह किया जा रहा है व राष्ट्रीय भावनाओं का सौदा कर छल पूर्वक चुनावी लाभ लेने का काम किया जा रहा है. साथ ही सरकारी व्यवस्था का पूर्ण रूप से दुरुपयोग किया जा रहा है. जिस पर निर्वाचन आयोग तत्काल रोक लगाने की प्रभावी कार्रवाई करें.
काली शंकर ने अपने शिकायत में मुख्य चुनाव आयुक्त से आग्रह करते हुए लिखा है कि संविधान और लोकतंत्र की रक्षा और आदर्श चुनाव आचार संहिता की मर्यादा के लिए उपरोक्त शिकायत को गंभीरता से लेते हुए कठोर प्रभावी कार्यवाही करने की कृपा करें.
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