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गोरखपुर में रेड रिंग की तरह दिखा सूर्य ग्रहण, शोधार्थियों ने कैद किया अलौकिक नजारा - खगोल शोधार्थी

यूपी के गोरखपुर जिले में स्थित नक्षत्रशाला में रविवार को सैकड़ों लोगों ने टेलिस्कोप के माध्यम से सूर्य ग्रहण के अलौकिक नजारे को देखा. लोगों ने बताया कि यहां पर रेड रिंग की तरह सूर्य ग्रहण दिखाई दिया.

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सूर्य ग्रहण

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Published : Jun 21, 2020, 6:31 PM IST

गोरखपुरः जिले में तारामंडल स्थित नक्षत्रशाला में शोधार्थी और गोरखपुर के लोगों ने सूर्य ग्रहण का अलौकिक नजारा देखा. सुबह से ही यहां सूर्य ग्रहण को टेलिस्कोप के माध्यम से देखने के लिए लोग जुटने लगे. हालांकि बीच-बीच में मौसम ने उन्हें निराश भी किया. लेकिन लगभग डेढ़ सौ लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए सूर्य ग्रहण का टेलिस्कोप के माध्यम से अनोखा नजारा देखा. यहां शताब्दी का सबसे बड़ा सूर्य ग्रहण लोगों को रेड रिंग जैसा दिखाई दिया.

टेलिस्कोप से सूर्य ग्रहण को देखते शोधार्थी.

टेलिस्कोप से देखा गया सूर्यग्रहण
साल का पहला सूर्य ग्रहण रविवार को सुबह लगभग 10:30 से शुरू होकर दोपहर लगभग 2:04 मिनट तक लगा रहा. इस सूर्य ग्रहण को देखने के लिए काफी लोग उत्साहित रहे. खासकर के युवा वर्ग और बच्चे सूर्य ग्रहण लगने का बेसब्री से इंतजार करते रहे. लेकिन मौसम ने उनके इंतजार को और बढ़ा दिया. तारामंडल स्थित वीर बहादुर सिंह नक्षत्रशाला एवं क्षेत्रीय कार्यालय पर बड़ी संख्या में लोगों का जमावड़ा लगा रहा. नक्षत्रशाला की तरफ से सूर्य ग्रहण को देखने के लिए बड़े-बड़े टेलिस्कोप लगाए गए. इसके साथ ही अन्य साधनों से भी लोग इस सूर्य ग्रहण को देखे.

शोधार्थियों में उत्सुकता
वीर बहादुर सिंह नक्षत्र शाला के क्षेत्रीय वैज्ञानिक अधिकारी महादेव पांडे ने बताया कि लगभग डेढ़ सौ लोगों ने नक्षत्रशाला में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए सूर्य ग्रहण का अलौकिक नजारा देखा. उन्होंने बताया कि सूर्य ग्रहण को लेकर लोगों के मन में जो अंधविश्वास और भ्रम है वह भी दूर हुआ. खासकर शोधार्थियों और युवाओं में सूर्य ग्रहण देखने के लिए ज्यादा उत्सुकता दिखाई दी. ग्रहण के दौरान सूर्य रेड रिंग की तरह दिखाई दिया.

सूर्य ग्रहण देखने आई अनामिका ने बताया कि वह सुबह ही नक्षत्र शाला आ गई थी. टेलिस्कोप के माध्यम से वह सूर्य ग्रहण के अलौकिक नाजारे को देखा. अनामिका ने बताया कि वह 9 साल बाद में यहां पर आई और उसे सूर्य ग्रहण देखकर काफी अच्छा लगा.

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