गोरखपुर: प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्राथमिकता वाली परियोजनाओं में से एक शहीद अशफाक उल्ला खां प्राणि उद्यान, गोरखपुर का निर्माण लोकार्पण इसी माह में बहुत जल्द होने वाला है. यही वजह है कि यहां जानवरों को लाये जाने की प्रक्रिया लगातर चल रही है. करीब 180 की संख्या में विभिन्न तरह के जानवर यहां लाये जाएंगे, जिसके लिए नवनिर्मित प्राणि उद्यान में विभिन्न प्राणि उद्यानों से कुल 54 प्रजातियों के वन्य प्राणियों को लाया जा चुका है, जिसके लिए कुल 33 बाड़ों का निर्माण कराया गया है. 11 फरवरी से प्राणि उद्यान के निदेशक डॉ. एच राजमोहन के कुशल निर्देशन में प्राणि उद्यान हेतु प्रथम चरण के वन्य जीवों का स्थानांतरण प्रारम्भ कर दिया गया है. यह कार्य विशेष रूप से पशुपालन विभाग के वन्यजीव विशेषज्ञ डॉ. आर के सिंह की विशेष देखरेख में गोरखपुर ज़ू के पशुचिकित्सा अधिकारी डॉ योगेश प्रताप सिंह द्वारा सम्पन्न कराया जा रहा है.
शहीद अशफाक उल्ला खां प्राणि उद्यान, गोरखपुर का निर्माण लोकार्पण इसी माह में बहुत जल्द होने वाला है. जानवरों को 21 से 30 दिन तक रखा जाएगा क्वारंटीन इटावा सफारी पार्क से दो बब्बर शेर 'पटौदी' और मरियम के स्थानांतरण की प्रक्रिया वन्य जीव विशेषज्ञों के निर्देशन में सफलतापूर्वक पूर्ण की गई. टीम इटावा से पूरी रात यात्रा कर दो शेरों को सकुशल लेकर सुबह गोरखपुर पहुंची. दोनों बब्बर शेर पूर्णतः स्वस्थ और एक्टिव हैं. शेरों को उनके सम्बन्धित बाड़े के हाउस में केन्द्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण, नई दिल्ली की गाइड लाइन के अनुसार 21 से 30 दिन तक क्वारंटीन में रखा गया है. दोनों बब्बर शेर पूर्णतः स्वस्थ और एक्टिव हैं. इस दौरान एसीएफ संजय कुमार मल्ल, एसडीओ, श्री सुनील राव, क्षेत्रीय वन अधिकारी, डीवी सिंह, पीएम, आरएनएन सहित अन्य जू कर्मी मौजूद रहे. यहां जानवरों को लाये जाने की प्रक्रिया लगातर चल रही है. करीब 180 की संख्या में विभिन्न तरह के जानवर यहां लाये जाएंगे. पटौदी शेर की उम्र 8 वर्ष तो शेरनी मरियम है 14 वर्ष की पटौदी और मरियम शेर को गोरखपुर चिड़ियाघर लाए जाने से पहले 'गिर वन्यजीव अभयारण्य गुजरात' से 26 सितंबर 2019 को इटावा लायन सफारी में ला कर रखा गया था. अब यहां का चिड़ियाघर तैयार होने के बाद इन्हें इटावा लायन सफारी से यहां शिफ्ट कर दिया गया है. चिड़ियाघर लाए जाने के बाद पटौदी शेर को 10 किलोग्राम मांस तो मरियम को 6 किलोग्राम मांस उपलब्ध कराया गया. रास्ते में भी इन शेरों को मांस की उपलब्धता कराई गई थी. पटौदी शेर की उम्र 8 वर्ष है तो मरियम शेरनी की उम्र 14 वर्ष हो चुकी है. इसके साथ ही यहां का सरपेन्टियम भी गुलजार हो चुका है, जहां पर कई तरह के सांप रखे गए हैं. बहुत जल्द प्रदेश का पहला इनडोर तितली पार्क भी रंग बिरंगी तितलियों से भर जाएगा और इसका आनंद गोरखपुर समेत पूरे पूर्वांचल के लोग इसके उद्घाटन के साथ उठाना शुरू कर देंगे. इटावा सफारी पार्क से दो बब्बर शेर 'पटौदी' और मरियम के स्थानांतरण की प्रक्रिया वन्य जीव विशेषज्ञों के निर्देशन में सफलतापूर्वक पूर्ण की गई.