गोरखपुर: बिजली विभाग की लापरवाही के चलते विभाग में 45 लाख रुपये का घोटाला सामने आया है. विभाग के संविदा कर्मियों का 45 लाख रुपये ठेकेदारों ने हड़प लिया. घोटाले का खुलासा संविदा के पोर्टल से हुआ जहां संविदा कर्मियों की ईपीएफ और ईएसआई की डिटेल्स भरी जाती है. वहीं मामले की जानकारी होने के बाद प्रशासन ने ग्लोब इंडिया कंपनी से जुड़े ठेकेदारों पर मुकदमा दर्ज कर पड़ताल शुरु कर दी है.
गोरखपुर: बिजली विभाग में हुआ 45 लाख का घोटाला, मुकदमा दर्ज - scam in electric department in gorakhpur
जिले में बिजली विभाग के संविदा कर्मियों के लाखों रुपये ठेकेदारों ने हड़प लिये हैं. वहीं संविदा के पोर्टल पर संविदा कर्मियों की ईपीएफ और ईएसआई की जानकारी न भरे जाने पर घोटाले का खुलासा हुआ.
विद्युत विभाग में 45 लाख का घोटाला.
संविदा के पोर्टल से हुआ खुलासा
- विद्युत व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए बिजली विभाग ने ठेकेदारों के माध्यम से संविदा कर्मी रखे थे.
- इन संविदा कर्मियों के ईपीएफ और ईएसआई में पंजीकरण के लिए एक्सईएन को जिम्मेदारी सौंपी गई थी.
- अफसरों की लापरवाही के चलते संविदा कर्मियों के ईपीएफ और ईएसआई का अंशदान ठेकेदारों ने जमा करने की बजाय खुद हड़पना शुरू कर दिया.
- इसके चलते संविदा कर्मियों ने वाराणसी और लखनऊ मुख्यालय पर प्रदर्शन भी किया.
- इसके बाद निगम ने संविदा कर्मियों से जुड़ी सूचनाएं एकत्रित करने के लिए एक संविदा पोर्टल बनाया.
- जब पोर्टल पर कोई जानकारी भरी नहीं मिली तो यह घोटाला सामने आया.
- मामला सामने आने के बाद विभाग ने ग्लोब इंडिया कंपनी से जुड़े 13 ठेकेदारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है.
'एफआईआर दर्ज होने के साथ ठेकेदारों की भागदौड़ शुरू हो गई है, लेकिन वह जब तक ईपीएफ और ईएसआई का अंशदान जमा नहीं करते बच नहीं सकते'.
- देवेंद्र सिंह, मुख्य अभियंता, विद्युत विभाग, गोरखपुर मंडल