गोरखपुरःराजघाट पर राप्ती नदी के तट पर सुभसा स्कल्पाटर्स के डायरेक्टर भास्कर विश्वकर्मा की ओर से राज्य स्तरीय सैंड आर्ट प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. इस प्रतियोगिता में प्रदेश के विश्वविद्यालय और महाविद्यालयों के साथ अन्य संस्थाओं ने भी भाग लिया. इनमें कानपुर, लखनऊ, देवरिया, प्रमुख रहे.
गोरखपुरः सैंड आर्ट में दिखी देश के ज्वलंत मुद्दों की झलक
यूपी के गोरखपुर में राजघाट पर राप्ती नदी के तट के किनारे राज्य स्तरीय सैंड आर्ट प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. रेत शिल्प में शिल्पकारों ने अपनी कृतियों के माध्यम से न सिर्फ अपनी प्रतिभा का परिचय दिया. बल्कि आयोजन को देखने आए लोगों का अपनी कृतियों के माध्यम से मन भी मोह लिया.
सीनियर वर्ग में इन विद्यालयों को मिला पुरस्कार
प्रतियोगिता के सीनियर वर्ग में छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय कानपुर को 'बैठी हुई गोमाता' पर बनाई गई स्वतंत्र कृति पर प्रथम पुरस्कार, दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय को 'समुद्र के जल संग्रह और प्रदूषण की ओर आकृष्ट' करती आकृति के लिए द्वितीय और महिला सशक्तिकरण को दर्शाती कृति के लिए चानमति एजुकेशनल एण्ड टीचर्स ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट कूड़ाघाट को तृतीय पुरस्कार मिला. वहीं गोरखपुर विश्वविद्यालय और बहादुर यादव मेमोरियल पीजी कॉलेज भटनी देवरिया को क्रमशः महंगाई और बेड़ियों में जकड़ी हुई महिला की आकृति के लिए सांत्वना पुरस्कार मिला.
जूनियर वर्ग में इन विद्यालयों को मिला पुरस्कार
जूनियर वर्ग में एलपीएम कॉलेज गोलाबाजार गोरखपुर को 'प्रदूषण से जूझती जलीय मछली' की आकृति के लिए प्रथम पुरस्कार, एमपी इंटर कॉलेज को भगवान गौतम बुद्ध की कृति के लिए द्वितीय और नारी सशक्तिकरण के लिए सेंट जेवियर्स कॉलेज को तृतीय पुरस्कार मिला. वहीं आरएमएल गर्ल्स कॉलेज गोरखपुर, डिवाइन पब्लिक स्कूल और पूर्व माध्यमिक विद्यालय करमहा बुजुर्ग को सांत्वना पुरस्कार मिला. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में नगर विधायक डॉ. राधा मोहन दास अग्रवाल, विशिष्ट अतिथि गोरखनाथ मंदिर के कार्यालय सचिव द्वारिका तिवारी, अभिषेक पाण्डेय और अतुल सर्राफ ने छात्र-छात्राओं को संबोधित किया.