गोरखपुर: कोरोना काल में प्रैक्टिस की समस्या से जूझ रहे भारत की अंडर-19 टीम से वर्ल्ड कप खेलने वाले अहम खिलाड़ी यशस्वी ने अब गोरखपुर से प्रैक्टिस करने बाद बड़े मौके को भी हासिल कर लिया है. उनको मुम्बई में होने वाले मुश्ताक अली टूर्नामेंट के लिए चुनी गई चार टीमों में एक टीम का कप्तान बनाया गया है. जिसमें पूर्व महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर का बेटा अर्जुन भी बतौर खिलाड़ी शामिल है. अंडर-19 वर्ल्ड कप खेलते हुए यशस्वी जायसवाल ने अपनी एक अलग छाप छोड़ी है. हर मैच में बड़े स्कोर बनाने वाले यशस्वी जायसवाल को वर्ल्ड कप में मैन ऑफ द सीरीज से नवाजा गया था. बता दें कि कोरोना काल की वजह से मुम्बई के सारे स्टेडियम बंद थे. इस कारण यशस्वी जायसवाल अपने कोच ज्वाला सिंह के साथ गोरखपुर आए. यहां पर उन्होंने करीब एक महीने तक प्रैक्टिस की. इसी बीच मुश्ताक अली टूर्नामेंट खेलने के लिए मुम्बई की 4 टीम बनाई गई हैं जो आपस में प्रैक्टिस मैच खेलेंगी. इन टीमों के बेस्ट परफॉर्मर को मुश्ताक अली क्रिकेट टूर्नामेंट में मौका दिया जाएगा. मुम्बई में बनी चार टीमों में से एक टीम का कप्तान यशस्वी जायसवाल को बनाया गया है. कप्तान का दायित्व संभालने के लिए यशस्वी जायसवाल फ्लाइट से मुम्बई के लिए रवाना हो गए हैं.
दस जनवरी से शुरू हो रहा टूर्नामेंट
यशस्वी जायसवाल के कोच ज्वाला सिंह ने बताया कि 10 जनवरी से BCCI का मुश्ताक अली क्रिकेट टूर्नामेंट शुरू हो रहा है. इसमें हर राज्य की टीम हिस्सा लेंगी. इस टूर्नामेंट में सेलेक्टर की पूरी नजर रहेगी. कोरोना काल के बाद पहला टूर्नामेंट देश के अंदर आयोजित हो रहा है, इसलिए इसमें दमखम दिखाने वाले खिलाड़ी को आगे अच्छा अवसर मिलने के आसार है. उन्होंने बताया कि इसीलिए वह यशस्वी को लेकर गोरखपुर आए थे, ताकि उसकी कमियों को दूर करके उनकी अच्छी प्रैक्टिस हो सके. गोरखपुर के खिलाडियों को अच्छा सहयोग मिला. कोच ने कहा कि पूरी उम्मीद है कि यशस्वी यहां प्रैक्टिस करने के बाद इस बार बड़े स्कोर जरूर हासिल करेंगे.