गोरखपुरः भारत-चीन युद्ध के दौरान भारतीय सीआरपीएफ के जांबाज सीमा पर वीरता से लड़ते हुए शहीद हो गए थे, जिसको लेकर हर साल देश में 21 अक्टूबर को पुलिस स्मृति दिवस का आयोजन होता है. इस दिन पूरे देश की पुलिस को लोग सम्मानित करते हैं और शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं. वहीं इस वर्ष पुलिस स्मृति दिवस को सेवा सप्ताह के रूप में मनाया जा रहा है.
RPF की महिला विंग ने गोरखपुर में कराया ताकत का एहसास - पुलिस स्मृति दिवस
गोरखपुर जिले में रविवार को रेलवे सुरक्षा बल की महिला विंग ने अपने ताकत का एहसास कराया. पुलिस सेवा सप्ताह के तहत महिला प्रशिक्षुओं ने गोरखपुर रेलवे ट्रेनिंग सेंटर से सैयद मोदी रेलवे स्टेशन तक रन फॉर यूनिटी के माध्यम से ताकत का प्रदर्शन किया.
इसी क्रम में गोरखपुर रेलवे पुलिस की महिला प्रशिक्षुओं ने रेलवे ट्रेनिंग सेंटर से सैयद मोदी रेलवे स्टेशन तक रन फॉर यूनिटी के माध्यम से ताकत एवं सुरक्षा का अहसास कराया. इस दौरान रेलवे पुलिस बल के आईजी अतुल कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि रेलवे सुरक्षा बल देश के सर्वोत्तम सुरक्षा बलों में से एक है. यह एक ऐसा सुरक्षा बल है जो देश में रेल यात्रियों की सुरक्षा, भारतीय रेलवे की सम्पत्तियों की रक्षा और देश विरोधी गतिविधियों में रेलवे सुविधाओं के इस्तेमाल की निगरानी रखती है.
क्या है RPF
यह एक केंद्रीय सैन्य सुरक्षा बल है जो पैरा मिलिट्री फोर्स के रूप में भी जानी जाती है. इस फोर्स को दोषियों को गिरफ्तार करने, जांच-पड़ताल करने एवं अपराधियों के विरुद्ध मुकदमा चलाने का अधिकार होता है. यह प्रायः आरपीएफ के नाम से जाना जाता है. यह सुरक्षा बल भारतीय रेल मंत्रालय के अधीन होता है. रेलवे सुरक्षा बलों की तादाद 65,000 के लगभग है. रेलवे सुरक्षा बल का मुखिया डायरेक्टर जनरल होता है जो कि प्रायः भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी होते हैं. इस समय 1982 बैच के उत्तराखण्ड कैडर के आइपीएस अधिकारी एस. के. भगत इस फोर्स के डीजी हैं. इन्होंने 28 अप्रैल 2016 को पदभार ग्रहण किया था.