गोरखपुर:पंचायत चुनाव की डेट घोषित होने में भले ही अभी समय हो, लेकिन ग्राम पंचायतों के आरक्षण की सूची पंचायत राज निदेशालय से जारी हो गई है. इसके बाद गांवों में प्रधानी चुनाव को लेकर सरगर्मी तेज हो गई है. गोरखपुर जिले की 1294 ग्राम पंचायतों में 851 ग्राम पंचायतें आरक्षित श्रेणी में चली गई हैं. इससे इन ग्राम पंचायतों में सामान्य और ओबीसी वर्ग के चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों की तैयारी धरी की धरी रह गई है. 437 गांव ऐसे हैं, जहां पर सामान्य वर्ग के लोग प्रधानी का चुनाव लड़ सकते हैं. वहीं, अनुसूचित जनजाति के लिए 6 गांव आरक्षित किए गए हैं. इनमें तीन सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित हैं.
महिलाओं के लिए आरक्षित सीट
1294 ग्राम पंचायतों में 649 ग्राम पंचायतें एससी, एचटी और ओबीसी के कोटे में गई हैं. वहीं, सामान्य महिला के लिए 208 ग्राम पंचायतें आरक्षित होंगी. अनुसूचित जनजाति की जो 6 सीटें आरक्षित की गई हैं, वे जिले की कौड़िया, ब्रम्हपुर और कौड़ीराम ब्लॉक में स्थित हैं. प्रधान पद के लिए सर्वाधिक आरक्षण जिले के उरुवा ब्लॉक में हुआ है. जहां की कुल 95 ग्राम पंचायतों में एससी महिला के लिए आठ, एससी के लिए 14, ओबीसी महिला के लिए 9, ओबीसी के लिए 16, सामान्य महिला के लिए 15 गांव आरक्षित हैं, जबकि 33 गांव अनारक्षित हैं.
सूची जल्द होगी सार्वजनिक
प्रधानी के साथ ब्लॉक प्रमुख के चुनाव की बात करें तो जिले के 20 ब्लॉकों में से 7 ब्लॉक प्रमुखों के पद अनारक्षित होंगे. पंचायती राज निदेशालय की ओर से जारी सूची में इस बात का साफ उल्लेख है. आरक्षण की बात करें तो प्रमुख पद के लिए एससी महिला के लिए दो, एससी के लिए दो, ओबीसी के लिए चार और सामान्य महिला के लिए 3 पद आरक्षित होंगे. 9 पद अनारक्षित होंगे. किस ब्लॉक प्रमुख का पद किस वर्ग के लिए आरक्षित किया जाना है, इसका निर्णय जिले स्तर पर लिया जाएगा. जिलाधिकारी के. विजेंद्र पांडियन ने कहा है कि शासन की गाइडलाइन के अनुसार ब्लॉकों के आरक्षण के निर्धारण की प्रक्रिया चल रही है. इसकी सूची भी जल्द सार्वजनिक कर दी जाएगी.