गोरखपुरः बहुप्रतीक्षित फिल्म आदिपुरुष शुक्रवार को गोरखपुर के अधिकांश सिनेमाघरों में रिलीज की गई. यह फिल्म पिछले कुछ महीनों से काफी चर्चा में है. गोरखपुर के अधिकतर सिनेमाघरों में फिल्म के 70 प्रतिशत शो एडवांस बुक हो चुके हैं. इस फिल्म की रिलीज को लेकर अभिनेता और भाजपा सांसद रवि किशन बेहद उत्साहित नजर आए. वह खुद पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ यह फिल्म एडी मॉल में देखने पहुंचे.
इस दौरान उन्होंने हॉल की एक सीट पर हनुमान जी फोटो रखकर उसका पूजा पाठ किया गया. इसके बाद फिल्म का प्रदर्शन शुरू हुआ और लोगों ने इसका आनंद उठाया. भाजपा सांसद रवि किशन ने गोरखपुर के लोगों से अपील की कि इस फिल्म पर उनके मित्र टी सीरीज कंपनी के मालिक भूषण कुमार का 600 करोड़ रुपये लगा हुआ है. फिल्म के कलाकारों और टीम ने काफी मेहनत की है, जो दर्शकों को भरपूर आनंद देगी और धर्म, इतिहास का ज्ञान कराएगी. इसलिए लोगों को इस फिल्म को देखना चाहिए.
सांसद ने कहा कि 'यह फिल्म हमारी संस्कृति और सभ्यता के साथ गौरवशाली इतिहास को भी बताती है. फिल्म का विरोध कुछ ऐसे लोग कर रहे हैं, जिनके पास कोई काम नहीं है. जिनका जीवन ही पीड़ित और कुंठित है और जिनका काम ही दूसरों की कमियां निकालना है'. रवि किशन ने कहा कि 'आज हर तरफ चीजें राममय हो रही हैं. ऐसे में भगवान श्रीराम और हनुमान जी मे आस्था रखने वाले लोग जरूर इस फिल्म को देखें. यह देखना इसलिए भी जरूरी है, क्योंकि लोगों को पता चलना चाहिए कि हमारी जड़ें क्या हैं. हिंदुस्तान क्या है, राम मर्यादा पुरुषोत्तम क्यों कहलाते हैं'.
रवि किशन ने कहा कि वह इस फिल्म का फर्स्ट डे, फर्स्ट शो देखने एडी मॉल पहुंचे. सिनेमाहाल में जो हनुमान जी के लिए पहली सीट रिजर्व की गई है, उस पर उनकी तस्वीर रखकर, उन्हें पूजित कर फिल्म को आशीर्वाद देने के लिए हनुमान जी की आराधना भी की. रवि किशन ने कहा कि हनुमान जी के लिए स्पेशल सीट इसलिए रखी गई, क्योंकि हनुमान जी कलयुग के जीवित देव माने जाते हैं. माना जाता है कि जहां पर भी श्रीराम जी की कथा होगी वहां पर हनुमान जी किसी न किसी रूप में उपस्थित जरुर होते हैं. इसलिए वह एक राम और शिव भक्त होने के नाते इस फिल्म को देखने आये हैं और लोगों से इसके लिए अपील भी करते हैं.
सिनेमाहाल में इस दौरान दर्शकों की भीड़ नजर आई. लोग आदिपुरुष के पोस्टर के साथ सेल्फी लेते दिखे. एक दर्शक ने कहा कि इस फिल्म को हर युवा और घर के लोगों को देखना चाहिए. समय ने बहुत कुछ बदलकर रख दिया है. इस बदलाव में यह फिल्म हमारी संस्कृति और गौरवशाली अतीत को बताती है.