गोरखपुर:जिला प्रशासन पूर्वांचल के टॉप 10 अपराधियों और सफेदपोश गुंडों की संपत्तियों को कुर्क करने के अभियान में जुट गया है. दो दिन पहले देवरिया के जिला पंचायत अध्यक्ष रामप्रवेश यादव की 16 करोड़ की संपत्ति कुर्क की गई है तो वहीं अब गोरखपुर के पिपरौली ब्लॉक प्रमुख सुधीर सिंह की संपत्ति भी कुर्क की जाएगी. जिले के टॉप 10 बदमाशों की सूची में शामिल सुधीर सिंह की संपत्तियों सूची तैयार हो गई है. डीएम के विजेंद्र पांडियन ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है. पुलिस की बनाई रणनीति पर जिलाधिकारी ने इस ओर कदम बढ़ाते हुए फाइल पर आदेश कर दिया है, जिसके बाद कभी भी टॉप 10 अपराधी सुधीर सिंह की संपत्ति कुर्क हो सकती है.
गोरखपुर: ब्लॉक प्रमुख सुधीर सिंह की संपत्ति होगी कुर्क, जिला प्रशासन ने दिया आदेश - डीएम के विजेंद्र पांडियन
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में जिला प्रशासन टॉप 10 अपराधियों और सफेदपोश गुंडों की संपत्तियों को कुर्क करने के अभियान में जुट गया है. डीएम के विजेंद्र पांडियन ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है. जिसके बाद कभी भी टॉप 10 अपराधी सुधीर सिंह की संपत्ति कुर्क हो सकती है.
माफिया की संपत्ति होगी कुर्क
जिले के शाहपुर थाना क्षेत्र के अलावा सहजनवां और गीडा क्षेत्र में सुधीर सिंह और उनकी पत्नी के नाम से करीब 10 करोड़ की संपत्ति बताई जा रही है. एचडीएफसी बैंक के अधिकारियों को पत्र लिखकर डीएम ने सुधीर की पत्नी के खाते से लेनदेन पर रोक लगाने को कहा गया है. जो सूची तैयार हुई है उसमें माफिया सुधीर के पास 8 मालवाहक कंटेनर, 2 चार पहिया गाड़ी, शाहपुर के एल्युमिनियम फैक्ट्री के अलावा गीडा कालेसर में मकान, 3 बीघा जमीन है. सुधीर की पत्नी अंजू के नाम से एचडीएफसी बैंक में खाता है. माफिया की संपत्ति की सूची तैयार होने के बाद जिलाधिकारी के विजयेंद्र पांडियन ने आरटीओ और रजिस्ट्रार सुधीर सिंह की गाड़ियों और संपत्ति को विक्रय पर रोक लगाने के आदेश दिए हैं.
शाहपुर क्षेत्र में स्थित माफिया के मकान का रिसीवर नायब तहसीलदार सदर और कालेसर स्थित मकान, वाहन और जमीन का रिसीवर तहसीलदार सहजनवां को नियुक्त किया गया है. डीएम ने सहजनवां, गीडा और शाहपुर थानेदार को माफिया के सभी वाहन को अपने कब्जे में लेकर मकान सील करने का आदेश दिया है. इस कार्रवाई के बाद टॉप 10 के अन्य अपराधियों के ऊपर भी कार्रवाई की तलवार लटक रही है. फिलहाल सुधीर सिंह पर होने जा रही इस कार्रवाई से माफियाओं और सफेदपोश सरंक्षणदाताओं में भी बेचैनी बढ़ गई है.