गोरखपुर: होली का त्योहार करीब है. गोरखपुर के कमिश्नरी कोर्ट बार एसोसिएशन के बैनर तले मंगलवार को 'काव्य और हास्य' के बीच इस त्योहार को मनाने के लिए अधिवक्ताओं ने साहित्यिक कार्यक्रम का आयोजन किया. इस दौरान जूनियर्स ने सीनियर्स का सम्मान किया और उनका स्वागत किया. इस आयोजन में हास्य-व्यंग्य के कवियों की गीतों पर लोगों ने जमकर आनंद उठाया.
अपनी रचना प्रस्तुत करते हुए शहर के जाने-माने कवि आलम खुरैशी ने जब 'होली खेलें तो ढंग से खेलें, पूरी मस्ती उमंग से खेलें. 'नफरतों को जला दें होली में, बस मोहब्बत के रंग से खेलें, होली खेलें तो ढंग से खेलें' के बोल जब कवि ने गाए तो सभागार में मौजूद अधिवक्ता अपनी तालियों को रोक नहीं पाए. अधिवक्ताओं ने कवियों का उत्साह बढ़ाया तो माहौल भी होलियाना हो गया.