गोरखपुर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश पर स्वाधीनता संग्राम के दौरान हुए चौरी चौरा कांड का शताब्दी वर्ष माने की तैयारी की जा रही है. ऐसे में कमिश्नर जयंत नार्लिकर, डीएम के विजेंद्र पांडियन और स्थानीय विधायक संगीता यादव ने चौरी-चौरा शहीद स्मारक में कार्यक्रम के आयोजन को लेकर विस्तृत चर्चा की. इस दौरान अधिकारियों ने भोपा बाजार मुख्य मार्ग से शहीद स्मारक तक जाने वाली सड़क का भी निरीक्षण किया. चौरी-चौरा कांड के 100 वर्ष 4 फरवरी 2022 को पूरे होंगे.
चौरी चौरा कांड के 100 वर्ष पूरे एक साल तक चलेगा कार्यक्रमडीएम के विजेंद्र पांडियन ने बताया कि इस कार्यक्रम का मुख्य मकसद है जनमानस को ऐतिहासिक तथ्यों से अवगत कराना. इसके लिए छात्र-छात्राओं, समितियों और बाहर से आने वाले संगठनों से चौरी चौरा कांड के विषय में हर सप्ताह अलग-अलग कार्यक्रम करने की रूपरेखा तैयार करने के लिए कहा गया है. इसके लिए सभी को पुरस्कार भी दिया जाएगा. चौरी चौरा कांड को प्रदर्शित करने के लिए शहीद स्मारक की दीवार पर वॉल पेंटिंग बनाने और म्यूजिक सिस्टम लगाने के निर्देश दिए गए हैं. जिससे 100 साल पहले घटित हुई घटना को लोग ठीक से समझ सके. शहीद स्मारक में एक राष्ट्रीय झंडा भी लगाया जाएगा. साथ ही लोगों को आकर्षित करने के लिए डिजिटल लाइब्रेरी बनाने की भी बात कही गई है.
चौरी चौरा कांड के 100 वर्ष पूरे. 'यहां की माटी का भी है महत्व'
डीएम ने कहा कि चौरी चौरा की माटी का भी काफी महत्व है. यहां का नाम सुनने पर यहां की माटी को प्रणाम करने का मन करता है. इसलिए एक कोने में एक दुकान की व्यवस्था कराई जाएगी, जिससे यहां की माटी को लोग सुगमता से ले जा सके. इसके अलावा उन्होंने यहां योग शिविर लगाने की बात भी कही.
चौरी चौरा कांड की तैयारी शुरू.
मैं चाहती हूं कि यहां इतना भव्य कार्यक्रम हो कि लोग हमारी पहचान गोरखपुर की नहीं चौरी चौरा की रहने वाली कहकर करें. स्थानीय जनप्रतिनिधि होने के कारण मेरी जो भी जिम्मेदारी है, उसके निर्वहन के लिए मैं कटिबद्ध हूं.
-संगीता यादव, विधायक
मुख्यमंत्री के आदेश पर चौरी चौरा की घटना के शताब्दी वर्ष पूरे होने पर वर्ष भर कार्यक्रम करने के निर्देश मिले है. यहां के स्थानीय जनप्रतिनिधियों व आम जनमानस से मिलकर स्थित का जायजा लिया गया है. प्रयास है कि इस कार्यक्रम का नाम राष्ट्रीय नहीं, अंतराष्ट्रीय स्तर पर हो. प्रयास होगा कि एक अच्छा कार्यक्रम हो, जिससे लोग चौरी चौरा की घटना में जिन लोगों ने त्याग किया है, जिससे हमें स्वतंत्रता प्राप्त हुई है, उनको पुन: स्मरण कर श्रद्धांजलि दें.
-जयंत नार्लिकर, कमिश्नर